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ताजमहल
– फोटो : अमर उजाला
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जिस शहर पर दुनियाभर की नजर टिकी है। जी-20 के मेहमान आने वाले हैं, उस शहर के होटलों में आग से बचाव के इंतजाम नहीं हुए। आगरा में नोटिस के तीन महीने बाद भी 150 में से केवल 25 होटलों ने अग्निशमन विभाग से एनओसी ली है। नोटिस की मियाद पूरी होने के बाद भी 125 में मानक पूरे नहीं हुए हैं। ऐसे होटलों में अगर आग भड़की तो जान जोखिम में होगी। बेपरवाह अफसर आंख मूंदे हुए हैं।
लखनऊ के लेवाना होटल अग्निकांड में 4 लोगों की मौत हुई थी। इसके बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने होटलों का फायर सेफ्टी ऑडिट व सर्वे के निर्देश दिए थे। अग्निशमन विभाग और आगरा विकास प्राधिकरण के संयुक्त सर्वे में 150 होटल में इंतजाम नहीं मिले। इन्हें सितंबर में नोटिस दिए गए। एक महीने में एनओसी लेनी थी। एडीए उपाध्यक्ष ने एक महीना और फिर जिलाधिकारी ने एक और महीना मियाद बढ़ा दी।
तीन माह की मियाद 15 दिसंबर को खत्म हो गई। अभी 125 होटलों ने एनओसी नहीं ली है। इनमें अधिकांश बजट होटल हैं। ये कॉलोनियों, गली-मुहल्लों और घरों में संचालित हैं। गौरतलब है कि धनौली पर आर मधुराज हॉस्पिटल में हुए अग्निकांड में 3 लोगों की मौत हो चुकी है। यह लापरवाही पर्यटकों के लिए आफत बन सकती है।
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