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नवीन मंडी में मंडी सचिव से वार्ता करते आढ़ती।
– फोटो : MAINPURI
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मैनपुरी। नवीन मंडी को उपचुनाव के लिए अधिग्रहण किया गया था। इसके चलते नीलामी चबूतरों पर लगे अवैध टट्टर हटा दिए गए थे। मतगणना के बाद शुक्रवार को दोबारा चबूतरों पर अवैध टट्टर लगाने को लेकर मंडी सचिव और आढ़तियों में नोकझोंक हो गई। मंडी सचिव के लाख कोशिशों के बाद भी आढ़तियों ने जबरन टट्टर लगा दिए। आढ़तियों ने मंडी प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी भी की।
मैनपुरी में हुए लोकसभा उपचुनाव के लिए नवीन मंडी का अधिग्रहण किया गया था। इसके बाद 15 नवंबर को ही मंडी की दुकानें और चबूतरे खाली करा दिए गए थे। चबूतरों पर आढ़तियों द्वारा लगाए गए अवैध टट्टर भी हटा दिए गए थे। बाद में 30 नवंबर को पूर्ण रूप से मंडी बंद कर दी गई थी। आठ दिसंबर को मतगणना होने के बाद नौ नवंबर को मंडी खुली।
इसके बाद आढ़ती फिर से चबूतरों पर अवैध टट्टर लगाने के लिए पहुंच गए। जब मंडी सचिव नवीन कुमार कोहली ने आढ़तियों को रोका तो वे उनसे ही नोकझोंक पर उतारू हो गए। लगभग एक घंटे तक वे आढ़तियों को समझाने का प्रयास करते रहे, लेकिन किसी ने उनकी एक न सुनी।
मंडी सचिव का कहना था कि आढ़ती व्यापार करें, लेकिन टट्टर लगाकर अवैध रूप से कब्जा न करें। लेकिन आढ़ती नहीं माने, उन्होंने जबरन चबूतरों पर टट्टर लगाना शुरू कर दिया। किसी विवाद की स्थिति से बचने के लिए मंडी सचिव भी अपने कार्यालय में चले गए। हालांकि दिन भर मंडी में इसकी चर्चा रही।
आढ़तियों ने किया प्रदर्शन
मंडी में चबूतरों पर टट्टर लगाने से रोके जाने पर आढ़तियों ने मंडी समिति प्रशासन और जिला प्रशासन के विरोध में प्रदर्शन किया। उनका कहना था कि मंडी में अवैध पक्के निर्माण हैं, जिन्हें नहीं हटाया जा रहा है। छोटे आढ़ती जो टट्टर लगाकर बैठते हैं, उन्हें जबरन हटाया जा रहा है। इसके विरोध में आढ़तियों ने नारेबाजी की। इस दौरान रवी सिंह चौहान, रामवीर शाक्य, सुदीप यादव, राजेश कुमार, देव कुमार, अरविंद पाल, आकाश, रवि, संदीप, संत कुमार, मुकेश राजपूत, बाबाजी आदि मौजूद रहे।
मंडी में धान की खरीद भी हुई शुरू
दस दिनों के बाद शुक्रवार को नवीन मंडी में धान की खरीद भी शुरू हो गई है। मंडी के अधिग्रहण के बाद यहां धान की खरीद बंद हो गई थी। इसके चलते किसानों को परेशानी उठानी पड़ी। कई किसान धान के विक्रय के लिए दादरी मंडी भी गए, लेकिन वहां उन पर भाड़ा खर्च अधिक आया। शुक्रवार को मंडी खुली तो कम ही लोगों को जानकारी हो पाई। इसके चलते गिने चुने लोगों का ही धान मंडी पहुंचा, इसकी बिक्री की गई।
मंडी में आढ़तियों को व्यापार करने की अनुमति है। लेकिन किसी प्रकार का अवैध अतिक्रमण नहीं होने दिया जाएगा। इसके लिए आढ़तियों को कहा गया है। अवैध तरीके से टट्टर लगाकर अगर अतिक्रमण होगा तो कार्रवाई की जाएगी।
-नवीन कुमार कोहली, मंडी सचिव।
मैनपुरी। नवीन मंडी को उपचुनाव के लिए अधिग्रहण किया गया था। इसके चलते नीलामी चबूतरों पर लगे अवैध टट्टर हटा दिए गए थे। मतगणना के बाद शुक्रवार को दोबारा चबूतरों पर अवैध टट्टर लगाने को लेकर मंडी सचिव और आढ़तियों में नोकझोंक हो गई। मंडी सचिव के लाख कोशिशों के बाद भी आढ़तियों ने जबरन टट्टर लगा दिए। आढ़तियों ने मंडी प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी भी की।
मैनपुरी में हुए लोकसभा उपचुनाव के लिए नवीन मंडी का अधिग्रहण किया गया था। इसके बाद 15 नवंबर को ही मंडी की दुकानें और चबूतरे खाली करा दिए गए थे। चबूतरों पर आढ़तियों द्वारा लगाए गए अवैध टट्टर भी हटा दिए गए थे। बाद में 30 नवंबर को पूर्ण रूप से मंडी बंद कर दी गई थी। आठ दिसंबर को मतगणना होने के बाद नौ नवंबर को मंडी खुली।
इसके बाद आढ़ती फिर से चबूतरों पर अवैध टट्टर लगाने के लिए पहुंच गए। जब मंडी सचिव नवीन कुमार कोहली ने आढ़तियों को रोका तो वे उनसे ही नोकझोंक पर उतारू हो गए। लगभग एक घंटे तक वे आढ़तियों को समझाने का प्रयास करते रहे, लेकिन किसी ने उनकी एक न सुनी।
मंडी सचिव का कहना था कि आढ़ती व्यापार करें, लेकिन टट्टर लगाकर अवैध रूप से कब्जा न करें। लेकिन आढ़ती नहीं माने, उन्होंने जबरन चबूतरों पर टट्टर लगाना शुरू कर दिया। किसी विवाद की स्थिति से बचने के लिए मंडी सचिव भी अपने कार्यालय में चले गए। हालांकि दिन भर मंडी में इसकी चर्चा रही।
आढ़तियों ने किया प्रदर्शन
मंडी में चबूतरों पर टट्टर लगाने से रोके जाने पर आढ़तियों ने मंडी समिति प्रशासन और जिला प्रशासन के विरोध में प्रदर्शन किया। उनका कहना था कि मंडी में अवैध पक्के निर्माण हैं, जिन्हें नहीं हटाया जा रहा है। छोटे आढ़ती जो टट्टर लगाकर बैठते हैं, उन्हें जबरन हटाया जा रहा है। इसके विरोध में आढ़तियों ने नारेबाजी की। इस दौरान रवी सिंह चौहान, रामवीर शाक्य, सुदीप यादव, राजेश कुमार, देव कुमार, अरविंद पाल, आकाश, रवि, संदीप, संत कुमार, मुकेश राजपूत, बाबाजी आदि मौजूद रहे।
मंडी में धान की खरीद भी हुई शुरू
दस दिनों के बाद शुक्रवार को नवीन मंडी में धान की खरीद भी शुरू हो गई है। मंडी के अधिग्रहण के बाद यहां धान की खरीद बंद हो गई थी। इसके चलते किसानों को परेशानी उठानी पड़ी। कई किसान धान के विक्रय के लिए दादरी मंडी भी गए, लेकिन वहां उन पर भाड़ा खर्च अधिक आया। शुक्रवार को मंडी खुली तो कम ही लोगों को जानकारी हो पाई। इसके चलते गिने चुने लोगों का ही धान मंडी पहुंचा, इसकी बिक्री की गई।
मंडी में आढ़तियों को व्यापार करने की अनुमति है। लेकिन किसी प्रकार का अवैध अतिक्रमण नहीं होने दिया जाएगा। इसके लिए आढ़तियों को कहा गया है। अवैध तरीके से टट्टर लगाकर अगर अतिक्रमण होगा तो कार्रवाई की जाएगी।
-नवीन कुमार कोहली, मंडी सचिव।
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