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डिंपल यादव के कंधे पर अब मुलायम की विरासत वाली सीट जीतने का भार आ गया है। उपचुनाव में सपा का मुकाबला भाजपा से है। भाजपा ने चुनावी अखाड़े में नेताजी के शिष्य एवं लंबे समय तक सपा के सिपहसालार रहे रघुराज सिंह यादव को उतारा है।
रघुराज सिंह को सपा की तरह चुनाव लड़ने का लंबा अनुभव है, वहीं भाजपा जैसे प्रमुख दल के वह प्रत्याशी हैं। भाजपा इस सीट को जीतने के लिए पूरी जोर आजमाइश कर रही है। मैनपुरी के रण में विजयश्री किसको मिलेगी यह यहां के मतदाताओं को तय करना है।
सपा में सीखा राजनीति का ककहरा
रघुराज सिंह शाक्य ने समाजवादी पार्टी में ही राजनीति का ककहरा सीखा। शाक्य जाति का प्रमुख चेहरा होने के चलते वह स्थानीय राजनीति के शिखर पर पहुंच गए। सपा के टिकट पर वह दो बार इटावा लोकसभा सीट से सांसद चुने गए, तो वहीं एक बार विधायक।
शिवपाल के समर्थन में छोड़ी थी सपा
रघुराज सिंह शाक्य को प्रसपा प्रमुख शिवपाल सिंह यादव का बेहद करीबी माना जाता है। रघुराज सिंह शाक्य ने भी शिवपाल सिंह यादव के समर्थन में सपा छोड़ दी थी। इसके बाद वह शिवपाल सिंह यादव के साथ प्रसपा में रहे। बाद में इसी वर्ष उन्होंने भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली।
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