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भीषण ठंड में खुले आसमान के नीचे पड़े बीमार गोवंश
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
मैनपुरी में गोशाला में संरक्षित बेसहारा गोवंशों की फाइलों में ही बेहतर देखभाल हो रही है। हकीकत विचलित करने वाली है। कड़कड़ाती सर्दी में भी शहर के ट्रांसपोर्ट नगर स्थित गोशाला में गोवंश खुले आसमान के नीचे ठिठुरते रहते हैं। कुछ बीमार गोवंश तो रात में ही खून तक जमाने वाली सर्दी में ही आखिरी सांसें गिन रहे हैं। लेकिन जिम्मेदार इससे बेपरवाह हैं और सब कुछ ठीक होने का दावा करते हैं।
जिले में बेसहारा गोवंशों को संरक्षित करने के लिए डेढ़ दर्जन गोशालाओं का संचालन किया जा रहा है।
शहर के ट्रांसपोर्ट नगर में नगर पालिका द्वारा गोशाला का संचालन किया जा रहा है। सबसे पहले इसी गोशाला का निर्माण शासन ने कराया था। यहां वर्तमान में लगभग चार सौ गाय और ढाई सौ के करीब सांड़ को संरक्षित किया गया है। कहने को तो इनकी बेहतर से बेहतर देखभाल का दावा नगर पालिका और जिला प्रशासन करता है। लेकिन, गोशाला के दीवारों में कैद इन बेसहारा गोवंशों का हाल बदहाल है।
वर्तमान में सर्दी अपने चरम पर हैं, न्यूनतम तापमान तीन डिग्री सेल्सियस से नीचे तक पहुंच चुका है। लेकिन, शायद ट्रांसपोर्ट नगर स्थित गोशाला के गोवंशों को ये सर्दी नहीं लगती। तभी तो सुबह चार बजे ही गोवंशों को खुले आसमान के नीचे ठिठुरने के लिए हांक दिया जाता है। यहां दिन पर गोवंश ठिठुरते रहते हैं, लेकिन न तो गोशाला के केयर टेकर उनकी परवाह करते हैं न कोई अन्य।
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