[ad_1]
भगत सिंह कोश्यारी अपने पुराने शिक्षक साथी रहे सूरजपाल उपाध्याय से मिलकर भावुक हो गए। जब राज्यपाल ने शिक्षक सूरजपाल को गले लगाया तो कृष्ण-सुदामा जैसी मित्रता की लोगों के बीच खूब चर्चाएं होती रहीं। अपने पुराने शिष्य रहे पूर्व विधायक रज्जन पाल सिंह से भी मुलाकात कर पुराने कार्यकाल के बारे में चर्चाएं कीं। इस मौके पर भाजपा नेता नरेंद्र सिंह तोमर, दिनेश गुप्ता, अभिषेक गोपाल शर्मा, एसएसपी उदय शंकर सिंह, डीएम अंकित अग्रवाल आदि मौजूद रहे।
राज्यपाल कोश्यारी ने कहा कि जब राजा का रामपुर में शिक्षण कार्य करते थे तब वह ग्रामीण क्षेत्रों में जा-जाकर आरएसएस के कैंप लगाया करते थे। तब कुछ लोग उनको धमकियां भी दिया करते थे। लोग कहते थे कि बंबा में फेंक दिए जाओगे लेकिन योगी सरकार में आज वही लोग दिखाई नहीं दे रहे हैं।
आयोजक अंबरीश सिंह राठौर ने क्षेत्रीय जनता की पीड़ा को राज्यपाल के सामने रखते हुए कहा कि यह क्षेत्र शहीदों और महाभारत कालीन की कई धरोहरों को सहेजे हुआ है। 75 वर्षों से विकास का मुद्दा उठाया जा रहा है लेकिन आज तक कुछ नहीं हुआ। कस्बा का मुख्य मार्ग तीन मीटर से कम चौड़ा है और सड़क में काफी गड्ढे हैं। राज्यपाल ने एमएलसी आशीष यादव और क्षेत्रीय सांसद मुकेश राजपूत से सड़क बनवाने के लिए कहा और मुख्यमंत्री को लिए पत्र लिखने की बात कही।
महाराष्ट्र के राज्यपाल के कार्यक्रम के दौरान पुलिस-प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए। चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात रहा। सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर पांच सीओ की तैनाती की गई। 16 थाना प्रभारी सहित एटा, हाथरस, अलीगढ़ की पुलिस फोर्स सुरक्षा व्यवस्था में लगाई गई।
[ad_2]
Source link