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सांकेतिक तस्वीर।
– फोटो : सोशल मीडिया
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एटा शहर के मोहल्ला अरुणा नगर निवासी गल्ला आढ़ती के संपर्क में दिल्ली के दो शातिर आए और नवंबर माह में करीब 33 लाख रुपये का धान हड़प लिया। जिस फर्म का जीएसटी नंबर देकर धान का व्यापार किया गया, वो पड़ताल में फर्जी पाई गई। धोखाधड़ी के शिकार आढ़ती ने कोतवाली नगर में मुकदमा दर्ज कराया है।
ये है मामला
गल्ला व्यापारी राकेश कुमार ने बताया कि मंडी समिति में मै. आरके एसोसिएट्स के नाम दुकान है। इस पर गल्ला का व्यापार किया जाता है। नवंबर माह के प्रथम सप्ताह में राकेश शर्मा और रिजवान अहमद निवासी दिल्ली उनके संपर्क में आए। दोनों ने कहा कि अलीगढ़ मंडी की न्यू कलावती एंड कंपनी से धान खरीद रहे हैं। आपके साथ भी व्यापार करना चाहते हैं। धान खरीद करने के दूसरे दिन भुगतान करने की बात कही। इसके बाद व्हाट्सएप पर राकेश शर्मा ने श्रीबालाजी इंटरप्राइजेज के कागज भेजे और बताया कि यह फर्म मेरे बड़े भाई रवि कुमार के नाम पर पंजीकृत है। इसके साथ ही पता जाट चौक नांगलोई निकट पोस्ट ऑफिस दिल्ली और जीएसटी नंबर भी दिया।
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ये है आरोप
आरोप है कि नौ से 21 नवंबर तक 46 लाख 11 हजार का धान दिल्ली भेजा। इसके बाद रिजवान अहमद एटा मंडी में ही खरीदारी करता रहा। इन लोगों ने 14 से 21 नवंबर तक 12.67 लाख का भुगतान किया और 22 नवंबर से भुगतान करना बंद कर दिया। आरोपियों ने 33 लाख 44 हजार की धोखाधड़ी कर ली है। व्यापारी का आरोप है दिल्ली जाकर पता किया तो मालूम हुआ कि फर्जी दस्तावेजों और जीएसटी से आरोपी खरीद कर ले गए। इनका एक संगठित गिरोह है और फर्जी दस्तावेजों से व्यापारियों को गुमराह करके ठगी का शिकार बनाते हैं। कोतवाली नगर प्रभारी सुधीर सिंह राघव ने बताया कि गल्ला आढ़ती की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया है। मामले की जांच की जा रही है।
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