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आगरा में खंदौली के खांडा गांव में शनिवार को एक बैल में लंपी वायरस के लक्षण मिले हैं। जांच के लिए सैंपल मथुरा भेजे गए हैं। यह जिले में दूसरा संदिग्ध गोवंश है। इससे पहले अछनेरा के कचौरा गांव में एक गाय लंपी संक्रमित मिली थी। इधर, लंपी से बचाव के इंतजाम नाकाफी नजर आ रहे हैं। जिले में 2.82 लाख गोवंश के सापेक्ष 25 हजार वैक्सीन मिली हैं।
मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी विजयवीर चंद्रयाल ने बताया कि खांडा निवासी जितेंद्र त्यागी ने शनिवार सुबह फोन पर सूचित किया था। बैल में मामूली लक्षण हैं। जांच के लिए सैंपल भेजे गए हैं। अब तक दो संदिग्ध गोवंश मिल चुके हैं। जांच रिपोर्ट नहीं आई है। संक्रमण की रोकथाम के लिए 32 टीमें बनाई हैं। जो बॉर्डर के क्षेत्रों में सक्रिय हैं। पहले बॉर्डर के इलाकों में वैक्सीन लगाई जा रही है। जहां संदिग्ध पशु मिले हैं उसके पांच किमी. दायरे को सील किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि 75 हजार वैक्सीन की डिमांड शासन को भेजी है। 20वीं पशु गणना के अनुसार जिले में 2.82 लाख गोवंश है। इनमें से 15 हजार वैक्सीन गोशालाओं व संदिग्ध क्षेत्रों में लगाई जा चुकी हैं।
कमजोर व बुजुर्ग पशुओं के लिए खतरा
लंपी वायरस गोवंश में अधिक होता है। इसमें गोवंश की खाल में गांठे पड़ जाती है। यह चिकिनपॉक्स जैसा होता है। सीवीओ डॉ. विजयवीर के अनुसार इस वायरस से प्रभावित पशुओं में 15 दिन बाद लक्षण प्रकट होते हैं। 104 से 106 तक बुखार रहता है। कमजोर और बुजुर्ग पशुओं के लिए खतरा है। उनकी जान भी जा सकती है। उन्होंने बताया कि भैंसों में इस बीमारी का फिलहाल कोई लक्षण नहीं मिला है।
बॉर्डर सील, पशुओं के प्रवेश पर रोक
जिला प्रशासन ने राजस्थान, मध्य प्रदेश से लगी आगरा की सीमाओं को सील कर दिया है। इसके अलावा मथुरा, फिरोजाबाद, ग्वालियर व अन्य जिलों से भी पशुओं के प्रवेश पर रोक है। मेले व हाट भी प्रतिबंधित हैं। साथ ही गोशालाओं में निराश्रित पशुओं को लाने पर भी फिलहाल रोक लगा दी गई है। डीएम प्रभु एन सिंह ने लंपी वायरस को लेकर जिले में अलर्ट जारी किया है।
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