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बसपा सुप्रीमो मायावती व आकाश आनंद (बायें)।
– फोटो : amar ujala
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देश में इन दिनों लोकसभा चुनाव का खुमार सिर चढ़कर बोल रहा है। प्रत्याशियों में जीत की ललक उनकी तैयारियों से साफ दिखाई दे रही है। नेता जनसंपर्क कर जनता से अपनी पार्टी के लिए समर्थन मांग रहे हैं। इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश के ब्रज क्षेत्र की लोकसभा सीटों पर लंबे समय से बहुजन समाज पार्टी हर बार नए चेहरे पर दांव लगाती रही है। तब भी किसी भी सीट पर पार्टी को सफलता नहीं मिली है। बात सिर्फ नए चेहरों तक ही सीमित नहीं है, राजनीति के दिग्गज खिलाड़ियों पर भी बसपा ने दांव लगाया वह भी चुनावी बेड़ा पार नहीं करा पाए।
इस बार बसपा किसी भी दल से गठबंधन किए बगैर अकेले दम पर चुनाव मैदान में है। बसपा ने ब्रज क्षेत्र की सभी लोकसभा सीटों पर नए चेहरे उतारे हैं। चुनावी जमीन पर बसपा का यह प्रयोग कितना सफल होगा इस पर सभी की नजर है। वैसे अब तक के चुनाव के नतीजे बताते हैं कि बसपा को कभी दूसरे तो कहीं तीसरे नंबर पर ही संतोष करना पड़ा है। बसपा की सोशल इंजीनियरिंग का फार्मूला हर बार ब्रज क्षेत्र में फेल रहा है।
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