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आगरा का एमजी रोड
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
ताजनगरी आगरा शहर पर्यटन के लिहाज से बहुत महत्वपूर्ण है। रोजाना जाम की समस्या से लोगों के साथ पर्यटकों को दो चार होना पड़ता है। आगरा में ट्रैफिक व्यवस्था दिल्ली की तरह होनी चाहिए। सोशल मीडिया पर जनता के सुझाव और समस्या पर रियल टाइम अपडेट करना चाहिए। यह निर्देश मंगलवार को पुलिस आयुक्त जे रविंदर गौड़ ने पुलिस लाइन में आयोजित बैठक में अधीनस्थों को दिए।
बैठक में अपर पुलिस आयुक्त केशव चौधरी, पुलिस उपायुक्त यातायात रवि कुमार और सहायक पुलिस आयुक्त सैयद अरीब अहमद सहित अन्य यातायात पुलिसकर्मी मौजूद रहे। पुलिस आयुक्त ने कहा कि यातायात संबंधी किसी भी शिकायत के सोशल मीडिया के माध्यम या अन्य किसी तरीके से मिलने पर यातायात पुलिस रियल टाइम अपडेट करें। जाम की समस्या पर मौके पर जाएं। संबंधित यातायात निरीक्षक समाधान निकालें। लोगों को समस्या नहीं होनी चाहिए। मेट्रो सिटी जैसी व्यवस्था आगरा में भी होनी चाहिए। यातायात नियमों के उल्लंघन और अतिक्रमण की समस्या का भी समाधान करना चाहिए।
ये दिए दिशा निर्देश
- अधिक चालान वाले वाहनों को चिन्हित कर उनके मालिकों/ड्राइवरों के लाइसेंस निरस्तीकरण की कार्रवाई करें।
- सीसीटीवी कैमरों व सैटेलाइट तकनीकी से युक्त कंट्रोल रूम के माध्यम से यातायात संचालन सुनिश्चित करें। एक उपनिरीक्षक को यातायात प्रभारी बनाएं।
स्मार्ट सिटी के लाउडस्पीकर से पुलिस देगी चेतावनी
चौराहों पर स्मार्ट सिटी के लाउडस्पीकर के माध्यम से यातायात कर्मियों को नियमों का उल्लंघन करने वालों को चेतावनी दी जाए। न मानने पर स्मार्ट सिटी कैमरों के माध्यम से चालान किए जाएं। यातायात पुलिस की ड्यूटी डायनामिक ड्यूटी मैनेजमेंट सिस्टम एप्लीकेशन के माध्यम से लगे।
20 चौराहों पर महिला सिपाही करें ड्यूटी
यातायात पुलिस में महिला सिपाही को शामिल करके प्रमुख चौराहों पर ड्यूटी लगाएं। चौराहा प्रभारी को वायरलेस सेट दें। अधिक यातायात दबाव वाले 20 चौराहों को चिन्हित कर उन पर उपनिरीक्षक यातायात की एक माह तक ड्यूटी लगाकर प्रोजेक्ट मोड पर रोड इंजीनियरिंग बेहतर करने, अतिक्रमण हटाने और यातायात सुचारू रूप से चलाया जाए।
दुकानों के बाहर रोकें अतिक्रमण
दुकानों के बाहर अतिक्रमण नहीं होना चाहिए। इसे रोकने के लिए अभियान चलाया जाए। नगर निगम की टीम का सहयोग लिया जाए। वाहनों की पार्किंग चौराहा पर 50 मीटर दूर होनी चाहिए। चौराहों को लेफ्ट फ्री करने हेतु बोलार्ड लगाए। मार्ग पर लेफ्ट फ्री छोड़ने के लिए जनता को जागरूक करें। बाहर से आने वाले पर्यटकों की गाड़ी को यातायात पुलिस अनावश्यक न रोके ।
यातायात नियमों के उल्लंघन पर कैमरों से अधिक चालान
- बिना हेलमेट / रेड लाइट जम्पिंग व ट्रिपल राइडिंग के चालान आईएमटीएस/स्मार्ट सिटी कंट्रोल रूम के कैमरों से ही किए जाएं। बाकी चालान यातायात पुलिस मैनुअल भी करे।
- सोशल मीडिया पर यातायात संबंधी जानकारी उपलब्ध कराई जाए। इसके साथ ही सोशल मीडिया प्लेटफार्म से सभी स्कूल/कॉलेज/ व्यापारियों/फैक्टरियों/चिकित्सकों/शिक्षकों आदि को जोड़ा जाए। एफएम रेडियो चैनलों को भी यातायात संबंधी जानकारी उपलब्ध कराएं।
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