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कासगंज। जिले के एक होमगार्ड की पथरी का ऑपरेशन करने के नाम पर अलीगढ़ में एक निजी अस्पताल के चिकित्सक द्वारा किडनी निकाले लिए जाने का मामला सामने आया है। 12 दिन पूर्व होमगार्ड को फिर से दर्द की शिकायत हुई तब अल्ट्रासाउंड कराने पर खुलासा हुआ है। लेफ्ट किडनी गायब है। होमगार्ड ने बृहस्पतिवार को इस पूरे मामले को मीडिया के सामने रखा।
गांव नगला ताल निवासी होमगार्ड सुरेश कुमार सीडीओ सचिन के यहां तैनात हैं। सुरेश का आरोप है कि पथरी का ऑपरेशन कराने के लिए वह 14 अप्रैल को अलीगढ़ के एक निजी अस्पताल में गए थे। जहां चिकित्सक ने ऑपरेशन करते समय लेफ्ट किडनी निकाल ली। अल्ट्रासाउंड की रिपोर्ट में यह पूरी तरह स्पष्ट हो चुका है। होमगार्ड सुरेश का कहना है कि जब वह ऑपरेशन कराने के लिए हॉस्पिटल गए थे तो चिकित्सक ने जल्दबाजी से ऑपरेशन कर दिया जबकि वह अपने रिश्तेदारों के आने का इंतजार कर रहे थे क्योंकि उनके पास कम पैसे थे, लेकिन चिकित्सक ने कहा कि पैसे आते रहेंगे आपके ऑपरेशन का समय हो गया है। चिकित्सक ने ऑपरेशन कर दिया। उन्होंने बताया कि 29 अक्तूबर को उनको फिर से दर्द हुआ तो वह दोबारा शहर में अल्ट्रासाउंड कराने गए जहां पहले अल्ट्रासाउंड कराया था। इस अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट में चिकित्सक ने बताया कि उनकी लेफ्ट किडनी दिखाई नहीं दे रही। हालांकि शहर के एक डाक्टर ने बताया कि हो सकता है कि किडनी स्टॉन से डेमेज हो गई हो और निकालनी पड़ी हो या फिर ऑपरेशन के बाद किडनी सिकुड़ गई हो, इसका पता सीटी स्कैन से चल सकता है। होमगार्ड सुरेश का कहना है कि वह अब इस मामले में कानूनी कार्रवाई करेंगे। मुख्य विकास अधिकारी सचिन का कहना है कि होमगार्ड ने मौखिक जानकारी दी थी, उनसे चिकित्सकीय रिपोर्ट मांगी गई है, इनका सीेएमओ से परीक्षण कराया जाएगा।
कासगंज। जिले के एक होमगार्ड की पथरी का ऑपरेशन करने के नाम पर अलीगढ़ में एक निजी अस्पताल के चिकित्सक द्वारा किडनी निकाले लिए जाने का मामला सामने आया है। 12 दिन पूर्व होमगार्ड को फिर से दर्द की शिकायत हुई तब अल्ट्रासाउंड कराने पर खुलासा हुआ है। लेफ्ट किडनी गायब है। होमगार्ड ने बृहस्पतिवार को इस पूरे मामले को मीडिया के सामने रखा।
गांव नगला ताल निवासी होमगार्ड सुरेश कुमार सीडीओ सचिन के यहां तैनात हैं। सुरेश का आरोप है कि पथरी का ऑपरेशन कराने के लिए वह 14 अप्रैल को अलीगढ़ के एक निजी अस्पताल में गए थे। जहां चिकित्सक ने ऑपरेशन करते समय लेफ्ट किडनी निकाल ली। अल्ट्रासाउंड की रिपोर्ट में यह पूरी तरह स्पष्ट हो चुका है। होमगार्ड सुरेश का कहना है कि जब वह ऑपरेशन कराने के लिए हॉस्पिटल गए थे तो चिकित्सक ने जल्दबाजी से ऑपरेशन कर दिया जबकि वह अपने रिश्तेदारों के आने का इंतजार कर रहे थे क्योंकि उनके पास कम पैसे थे, लेकिन चिकित्सक ने कहा कि पैसे आते रहेंगे आपके ऑपरेशन का समय हो गया है। चिकित्सक ने ऑपरेशन कर दिया। उन्होंने बताया कि 29 अक्तूबर को उनको फिर से दर्द हुआ तो वह दोबारा शहर में अल्ट्रासाउंड कराने गए जहां पहले अल्ट्रासाउंड कराया था। इस अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट में चिकित्सक ने बताया कि उनकी लेफ्ट किडनी दिखाई नहीं दे रही। हालांकि शहर के एक डाक्टर ने बताया कि हो सकता है कि किडनी स्टॉन से डेमेज हो गई हो और निकालनी पड़ी हो या फिर ऑपरेशन के बाद किडनी सिकुड़ गई हो, इसका पता सीटी स्कैन से चल सकता है। होमगार्ड सुरेश का कहना है कि वह अब इस मामले में कानूनी कार्रवाई करेंगे। मुख्य विकास अधिकारी सचिन का कहना है कि होमगार्ड ने मौखिक जानकारी दी थी, उनसे चिकित्सकीय रिपोर्ट मांगी गई है, इनका सीेएमओ से परीक्षण कराया जाएगा।
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