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kasganj news: जिला अस्पताल में मरीजों को देखते डॉक्टर
– फोटो : अमर उजाला
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उत्तर प्रदेश के कासगंज में बुखार जानलेवा बना हुआ है। शनिवार को बुखार ने एक दुधमुंहे बच्चे की जान ले ली। इसके साथ ही जिले में बुखार से मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 52 पर पहुंच गया। वहीं एक किशोरी में डेंगू की पुष्टि हुई है। डेंगू संक्रमितों की संख्या बढ़कर 198 हो गई। इसके अलावा तीन मरीजों में टाइफाइड की पुष्टि हुई है। जिला अस्पताल में मरीजों की लंबी कतार लगी रही।
पटियाली के चांदपुर निवासी गोपीनाथ के पुत्र रिंकू (1 माह) को तीन दिन पहले बुखार आया। परिजन उसे निजी चिकित्सक के पास ले गए, लेकिन कोई राहत नहीं मिली। इसके बाद उसे फर्रुखाबाद ले जाया गया। जहां उसकी उपचार के दौरान मौत हो गई।
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सोरोंजी के नगला खंजी निवासी प्रियंका (17) पुत्री रामचंद्र को परिजन जिला अस्पताल ले गए, जहां जांच में उसके डेंगू की पुष्टि हुई। इसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कर लिया गया। जिला अस्पताल पर सुबह से ही मरीजों की भीड़ लगी रही। सबसे अधिक मरीज संक्रामक रोग विभाग में पहुंचे। 120 मरीज बुखार के आए। 45 मरीज डायरिया से पीड़ित होकर पहुंचे, जबकि 50 मरीज सांस की शिकायत लेकर पहुंचे।
मुझे तीन दिन से बुखार आ रहा है। चिकित्सक को दिखाने के बाद भी राहत नहीं मिली। जिला अस्पताल पर दिखाने आई हूं। एक घंटा हो चुका है। -सुगंधा, मरीज
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मुझे पांच दिन से बुखार है। सर्दी खांसी का असर हो रहा है। चिकित्सक ने रक्त की जांच लिखी है। अभी तक जांच का नंबर नहीं आया है। -ईश्वरी देवी, मरीज
बुखार किसी भी प्रकार का हो सकता है। इसलिए जांच आवश्यक है। बिना जांच के दवा न लें। अस्पताल पर जांच के पर्याप्त इंतजाम हैं। दवाएं भी मौजूद हैं। प्लेटलेटस कम होने पर घबराएं नहीं। डब्लूएचओ ने 10 हजार तक की लिमिट निर्धारित की है। -डॉ. संजीव सक्सेना, सीएमएस
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