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19एमएनपी-21-जिला अस्पताल में स्थापित किया गया वेंटीलेटर
– फोटो : MAINPURI
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मैनपुरी। कोरोना महामारी के बाद जापान ने भारत को मेडिकल सहायता देने का निर्णय लिया था। इसके तहत भारत को जापान ने वेंटीलेटर की सौगात दान स्वरूप दी है। इनमें से 30 वेंटीलेटर मैनपुरी भेजे हैं, जिसमें से जिला अस्पताल में 10 वेंटीलेटर की स्थापना होगी।
कोरोना महामारी के दौरान देश में वेंटीलेटर की किल्लत हो गई थी। हर अस्पताल में बेड फुल थे। समय पर वेंटीलेटर न मिलने के कारण कई मरीजों ने दम तोड़ दिया था। इसे देखते हुए भारत सरकार ने सभी जनपदों के कोविड अस्पतालों में वेंटीलेटर की व्यवस्था की थी। अब कोविड अस्पतालों के अतिरिक्त अन्य अस्पतालों में भी वेंटीलेटर की व्यवस्था शुरू कर दी गई है। अस्पताल के प्रशासनिक अधिकारी आरके वर्मा के अनुसार जापान से डोनेट किए गए 30 वेंटीलेटर मैनपुरी भेजे गए हैं, जिनमें से 10 जिला अस्पताल के हृदय रोग विभाग में स्थापित होंगे। वहीं, दो-दो प्रत्येक सीएचसी पर स्थापित किए जाएंगे।
जिला अस्पताल में वेंटीलेटर की स्थापना हृदय रोग विभाग में की गई है। हृदय रोग विभाग में संचालित डेंगू वार्ड को समाप्त करते हुए डेंगू वार्ड की स्थापना जिला अस्पताल के इंडोर में स्थित दूसरी मंजिल पर की गई है। हृदय रोग विभाग में 10 वेंटीलेटर की स्थापना कराई जा रही है। चार वेंटीलेटर की स्थापना बुधवार तक हो चुकी थी। शेष छह की स्थापना अगले दो दिन में करा दी जाएगी।
केरला की कंपनी पर होगी रखरखाव की जिम्मेदारी
केरला की कंपनी सेरेक्स हेल्थ केयर जनपद में स्थापित वेंटीलेटर के रखरखाव करेगी। बुधवार को कंपनी के सर्विस इंजीनियर मोहित कुमार ने जिला अस्पताल पहुंचकर वेंटीलेटर के बारे में जानकारी ली। वेंटीलेटर की गुणवत्ता की जांच की। मोहित कुमार ने बताया कि उनकी कंपनी वेंटीलेटर के रखरखाव का कार्य करेगी।
शासन से मांगा डॉक्टर
सीएमएस डॉ. मदनलाल ने बताया कि हृदयरोग विभाग में डॉक्टर की तैनाती के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। शासन और विभाग को भी डॉक्टर की तैनाती के लिए पत्र लिखा गया है। इससे वेंटीलेटर की उपयोगिता सार्थक हो सके।
भारत सरकार द्वारा 10 वेंटीलेटर उपलब्ध करा दिए गए हैं। इन वेंटीलेटर की स्थापना हृदयरोग विभाग में कराई जा रही है। केरला की कंपनी ने रखरखाव की जिम्मेदारी ली है। चार वेंटीलेटर सक्रिय कर दिए गए हैं। वहीं, छह को सक्रिय करने का कार्य चल रहा है।
– डॉ. मदनलाल, सीएमएस
मैनपुरी। कोरोना महामारी के बाद जापान ने भारत को मेडिकल सहायता देने का निर्णय लिया था। इसके तहत भारत को जापान ने वेंटीलेटर की सौगात दान स्वरूप दी है। इनमें से 30 वेंटीलेटर मैनपुरी भेजे हैं, जिसमें से जिला अस्पताल में 10 वेंटीलेटर की स्थापना होगी।
कोरोना महामारी के दौरान देश में वेंटीलेटर की किल्लत हो गई थी। हर अस्पताल में बेड फुल थे। समय पर वेंटीलेटर न मिलने के कारण कई मरीजों ने दम तोड़ दिया था। इसे देखते हुए भारत सरकार ने सभी जनपदों के कोविड अस्पतालों में वेंटीलेटर की व्यवस्था की थी। अब कोविड अस्पतालों के अतिरिक्त अन्य अस्पतालों में भी वेंटीलेटर की व्यवस्था शुरू कर दी गई है। अस्पताल के प्रशासनिक अधिकारी आरके वर्मा के अनुसार जापान से डोनेट किए गए 30 वेंटीलेटर मैनपुरी भेजे गए हैं, जिनमें से 10 जिला अस्पताल के हृदय रोग विभाग में स्थापित होंगे। वहीं, दो-दो प्रत्येक सीएचसी पर स्थापित किए जाएंगे।
जिला अस्पताल में वेंटीलेटर की स्थापना हृदय रोग विभाग में की गई है। हृदय रोग विभाग में संचालित डेंगू वार्ड को समाप्त करते हुए डेंगू वार्ड की स्थापना जिला अस्पताल के इंडोर में स्थित दूसरी मंजिल पर की गई है। हृदय रोग विभाग में 10 वेंटीलेटर की स्थापना कराई जा रही है। चार वेंटीलेटर की स्थापना बुधवार तक हो चुकी थी। शेष छह की स्थापना अगले दो दिन में करा दी जाएगी।
केरला की कंपनी पर होगी रखरखाव की जिम्मेदारी
केरला की कंपनी सेरेक्स हेल्थ केयर जनपद में स्थापित वेंटीलेटर के रखरखाव करेगी। बुधवार को कंपनी के सर्विस इंजीनियर मोहित कुमार ने जिला अस्पताल पहुंचकर वेंटीलेटर के बारे में जानकारी ली। वेंटीलेटर की गुणवत्ता की जांच की। मोहित कुमार ने बताया कि उनकी कंपनी वेंटीलेटर के रखरखाव का कार्य करेगी।
शासन से मांगा डॉक्टर
सीएमएस डॉ. मदनलाल ने बताया कि हृदयरोग विभाग में डॉक्टर की तैनाती के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। शासन और विभाग को भी डॉक्टर की तैनाती के लिए पत्र लिखा गया है। इससे वेंटीलेटर की उपयोगिता सार्थक हो सके।
भारत सरकार द्वारा 10 वेंटीलेटर उपलब्ध करा दिए गए हैं। इन वेंटीलेटर की स्थापना हृदयरोग विभाग में कराई जा रही है। केरला की कंपनी ने रखरखाव की जिम्मेदारी ली है। चार वेंटीलेटर सक्रिय कर दिए गए हैं। वहीं, छह को सक्रिय करने का कार्य चल रहा है।
– डॉ. मदनलाल, सीएमएस
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