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एत्माद्दौला थाना, आगरा
– फोटो : अमर उजाला
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उत्तर प्रदेश के आगरा में थाना एत्माद्दौला पुलिस ने महिला से दुष्कर्म के आरोपी को पकड़ा। थाने की हवालात में भी बंद किया। मगर, चंद घंटों बाद छोड़ दिया। पीड़िता ने पुलिस पर रुपये लेकर आरोपी को छोड़ने का आरोप लगाया। मामला पुलिस आयुक्त तक पहुंचा तो उन्होंने थाना प्रभारी विनोद कुमार मिश्रा को लाइन हाजिर कर दिया। विभागीय जांच के आदेश भी दिए हैं।
वर्तमान में पीड़िता कमला नगर इलाके में रह रही है। उन्होंने पुलिस को बताया कि आठ साल पहले सीता नगर निवासी योगेश तोमर से मुलाकात हुई थी। युवक दोस्ती कर फोन पर बातचीत करने लगा। बाद में शादी की कहने लगा। वो तैयार हो गई। युवक ने शादी का वादा कर दुष्कर्म किया। दो बार गर्भपात भी कराया। अब शादी से इन्कार कर रहा है। वह दिल्ली में रह रही थी।
इस पर गोविंदपुरी थाना में 27 नवंबर को दुष्कर्म सहित अन्य धारा में केस दर्ज कराया। घटनास्थल आगरा का था। इसलिए पुलिस ने शून्य अपराध संख्या पर केस दर्ज किया। मुकदमा पुलिस आयुक्त को भेजा गया। उन्होंने थाना एत्माद्दौला पुलिस को कार्रवाई के निर्देशित किया। पीड़िता थाना पुलिस से भी मिली। घटना की जानकारी दी।
आरोपी के पिता ने पीड़िता को धमकाया
पीड़िता का आरोप है कि 23 दिसंबर की दोपहर 12 बजे पुलिस आरोपी के घर पहुंची। योगेश तोमर को थाने ले आई। आशंका थी कि उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा। मगर, उसे पता चला कि योगेश छोड़ दिया गया है। 24 दिसंबर की रात 9 बजे आरोपी के पिता ने भी कहा कि एक लाख रुपये देकर बेटा छुड़ा लिया। अब तुम्हें जान से मार देंगे। पीड़िता ने अधिकारियों को प्रार्थनापत्र दिया।
ट्रांस यमुना थाना पुलिस को नहीं सौंपा आरोपी
डीसीपी सिटी सूरज राय ने बताया कि शिकायत मिलने पर थाना प्रभारी निरीक्षक विनोद कुमार मिश्रा से बात की। उन्होंने बताया कि घटनास्थल ट्रांस यमुना क्षेत्र का था। इसलिए आरोपी को छोड़ दिया गया, जबकि घटनास्थल जो भी रहा हो, थाने लाए गए आरोपी को संबंधित थाना पुलिस के सुपुर्द किया जाना चाहिए। यह लापरवाही है। इस पर थाना प्रभारी को लाइन हाजिर किया गया है। उनके खिलाफ प्रारंभिक जांच भी कराई जा रही है। उधर, मुकदमे के संबंध में थाना पुलिस को कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।
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