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मैनपुरी। जिले में बिना पंजीकरण के कोई भी क्लीनिक या अस्पताल नहीं संचालित होगा। सीएमओ ने इस संबंध में नोडल अधिकारी और एसीएमओ को आदेश जारी किए हैं। सीएमओ ने कहा कि बिना पंजीकरण के संचालित क्लीनिक और अस्पतालों को चिह्नित कर कार्रवाई की जाए।
सीएमओ डॉ. पीपी सिंह ने बताया कि हाल ही में कुछ जगहों से बिना पंजीकरण के क्लीनिक संचालित करने की जानकारी मिली है। जिसे देखते हुए सभी चिकित्साधीक्षकों के साथ ही नोडल अधिकारी डॉ. विनीत यादव, एसीएमओ डॉ. राजीव राय आदि को निर्देशित किया गया है कि वह बिना पंजीकरण के संचालित क्लीनिक और अस्पतालों की सूची तैयार करें। किसी भी कीमत पर बिना पंजीकरण के कोई अस्पताल नहीं संचालित होना चाहिए। सीएमओ ने चिकित्साधीक्षकों से कहा कि वे अपने क्षेत्रों में जानकारी रखें। यदि कहीं बिना पंजीकरण के अस्पताल का संचालन हो रहा है तो उसकी जांच कराएं और जानकारी उनके कार्यालय को दें। इसके बाद में यदि कहीं बिना पंजीकरण के अस्पताल का संचालन पाया गया तो चिकित्साधीक्षक भी जिम्मेदार होंगे।
कोई भी व्यक्ति बिना पंजीकरण के अस्पताल या क्लीनिक का संचालन न करे। जांच कराई जा रही है। जांच में पकड़े जाने पर क्लीनिक या अस्पताल को सील करते हुए एफआईआर कराई जाएगी।
डॉ. पीपी सिंह सीएमओ
हॉस्पिटल के संचालक पर होगी एफआईआर
मैनपुरी। कस्बा बेवर में अवैध रूप से चोरी छुपे चल रहे आरआर हॉस्पिटल पर सीएमओ ने जांच के बाद एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए हैं। अस्पताल संचालक के विरुद्ध मेडिकल एक्ट के तहत विभिन्न धाराओं में केस दर्ज होगा।
कस्बा बेवर में नहर पुल के पास आरआर हॉस्पिटल का संचालन बिना पंजीकरण के किया जा रहा था। पांच सितंबर को यहां बेवर के विल्सडा निवासी सुमित ने अपनी पत्नी खुशबू को प्रसव के लिए भर्ती कराया था और उपचार के दौरान खुशबू की प्रसव के बाद मौत हो गई थी। खबर प्रकाशित होने क बाद सीएमओ ने नोडल अधिकारी डॉ. विनीत यादव को जांच के आदेश दिए थे। नोडल अधिकारी ने जांच में पाया कि अस्पताल का संचालन बिना पंजीकरण के चोरी छुपे किए जा रहा था। शुक्रवार को रिपोर्ट मिलने के बाद सीएमओ ने अस्पताल संचालक के विरुद्ध मेडिकल एक्ट में रिपोर्ट दर्ज कराने का आदेश जारी कर दिया। सीएमओ ने कहा कि इस प्रकार के मामलों में किसी प्रकार की लारवाही नहीं की जाएगी।
महिला अस्पताल कैसे पहुंची इसकी भी होगी जांच
बेवर निवासी खुशबू को पांच सितंबर को अवैध अस्पताल में किसकी सलाह पर भर्ती कराया गया। इसमें स्वास्थ्य विभाग का कोई व्यक्ति तो नहीं जुड़ा है। सीएमओ ने पूरी तरह से मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
मैनपुरी। जिले में बिना पंजीकरण के कोई भी क्लीनिक या अस्पताल नहीं संचालित होगा। सीएमओ ने इस संबंध में नोडल अधिकारी और एसीएमओ को आदेश जारी किए हैं। सीएमओ ने कहा कि बिना पंजीकरण के संचालित क्लीनिक और अस्पतालों को चिह्नित कर कार्रवाई की जाए।
सीएमओ डॉ. पीपी सिंह ने बताया कि हाल ही में कुछ जगहों से बिना पंजीकरण के क्लीनिक संचालित करने की जानकारी मिली है। जिसे देखते हुए सभी चिकित्साधीक्षकों के साथ ही नोडल अधिकारी डॉ. विनीत यादव, एसीएमओ डॉ. राजीव राय आदि को निर्देशित किया गया है कि वह बिना पंजीकरण के संचालित क्लीनिक और अस्पतालों की सूची तैयार करें। किसी भी कीमत पर बिना पंजीकरण के कोई अस्पताल नहीं संचालित होना चाहिए। सीएमओ ने चिकित्साधीक्षकों से कहा कि वे अपने क्षेत्रों में जानकारी रखें। यदि कहीं बिना पंजीकरण के अस्पताल का संचालन हो रहा है तो उसकी जांच कराएं और जानकारी उनके कार्यालय को दें। इसके बाद में यदि कहीं बिना पंजीकरण के अस्पताल का संचालन पाया गया तो चिकित्साधीक्षक भी जिम्मेदार होंगे।
कोई भी व्यक्ति बिना पंजीकरण के अस्पताल या क्लीनिक का संचालन न करे। जांच कराई जा रही है। जांच में पकड़े जाने पर क्लीनिक या अस्पताल को सील करते हुए एफआईआर कराई जाएगी।
डॉ. पीपी सिंह सीएमओ
हॉस्पिटल के संचालक पर होगी एफआईआर
मैनपुरी। कस्बा बेवर में अवैध रूप से चोरी छुपे चल रहे आरआर हॉस्पिटल पर सीएमओ ने जांच के बाद एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए हैं। अस्पताल संचालक के विरुद्ध मेडिकल एक्ट के तहत विभिन्न धाराओं में केस दर्ज होगा।
कस्बा बेवर में नहर पुल के पास आरआर हॉस्पिटल का संचालन बिना पंजीकरण के किया जा रहा था। पांच सितंबर को यहां बेवर के विल्सडा निवासी सुमित ने अपनी पत्नी खुशबू को प्रसव के लिए भर्ती कराया था और उपचार के दौरान खुशबू की प्रसव के बाद मौत हो गई थी। खबर प्रकाशित होने क बाद सीएमओ ने नोडल अधिकारी डॉ. विनीत यादव को जांच के आदेश दिए थे। नोडल अधिकारी ने जांच में पाया कि अस्पताल का संचालन बिना पंजीकरण के चोरी छुपे किए जा रहा था। शुक्रवार को रिपोर्ट मिलने के बाद सीएमओ ने अस्पताल संचालक के विरुद्ध मेडिकल एक्ट में रिपोर्ट दर्ज कराने का आदेश जारी कर दिया। सीएमओ ने कहा कि इस प्रकार के मामलों में किसी प्रकार की लारवाही नहीं की जाएगी।
महिला अस्पताल कैसे पहुंची इसकी भी होगी जांच
बेवर निवासी खुशबू को पांच सितंबर को अवैध अस्पताल में किसकी सलाह पर भर्ती कराया गया। इसमें स्वास्थ्य विभाग का कोई व्यक्ति तो नहीं जुड़ा है। सीएमओ ने पूरी तरह से मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
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