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होलिका दहन
विस्तार
होली का पर्व प्रह्लाद और होलिका से जुड़ा है। हिंदू पंचांग के अनुसार प्रत्येक वर्ष फाल्गुन शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को होलिका दहन किया जाता और उसके अगले दिन रंगों की होली होती है। ज्योतिषाचार्य पूनम वार्ष्णेय ने बताया कि सूर्योदय के साथ पूर्णिमा का उदय है इसलिए होली का दहन करना 7 तारीख दिन मंगलवार को ही शुभ और उचित रहेगा।
होलिका दहन और पूजन का शुभ मुहूर्त
होलिका दहन का समय रात 8.40 से लेकर 10.35 तक का शुभ काल है। महिलाओं के होली पूजन का शुभ मुहूर्त दिन में 10:27 से 12:23 तक और शाम को 4:30 से 5:15 तक शुभ रहेगा।
इस प्रकार करें पूजा
सभी महिलाएं गीत व भजन गाती हुई अपने समीप की होली का पूजन करती हैं। पूजा में रोली, हल्दी और अक्षत, गुलरी की माला से पूजन करके हरे चने, गुझिया, जौ की बाली का भोग लगाया जाता है। पूजन करने के उपरांत हाथ में जल का पात्र लेकर एक या पांच बार होलिका की परिक्रमा लगाई जाती है। भगवान श्रीकृष्ण से परिवार की सुख समृद्धि की और निरोगी काया रहने की प्रार्थना की जाती है।
राशि के अनुसार खेले इन रंगों से होली
धार्मिक मान्यता के अनुसार हर राशि के लिए एक अलग शुभ रंग होता है, जिसका इस्तेमाल करने पर उन राशि के लोगों को लाभ होता है। आइये जानते हैं कि ग्रहों के अनुसार किस राशि के लोगों को कौन सा रंग लगाना चाहिए? ज्योतिषाचार्य शिवशरण पाराशर ने बताया कि राशि के रंगों से होली खेलने पर ग्रह दोष खत्म होने लगते हैं। सुख और समृद्धि बढ़ती है।
1- मेष राशि- गुलाबी
2- वृषभ राशि-आसमानी
3- मिथुन राशि-हरा
4- कर्क राशि-सफेद
5- सिंह राशि-लाल
6- कन्या राशि- नारंगी
7- तुला राशि-नीला
8- वृश्चिक राशि- पीला
9- धनु राशि- गुलाबी
10- मकर राशि- फिरोजी
11- कुंभ राशि- आसमानी
12- मीन राशि-पीला रंग
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