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हिस्ट्रीशीटर गिरफ्तार
– फोटो : अमर उजाला
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मथुरा के जमुनापार थाना क्षेत्र के गांव नगला पोला के पास 11 फरवरी को गोली मारकर की गई ट्रांसपोर्ट कर्मी प्रेमशंकर सारस्वत की हत्या का पुलिस ने राजफाश कर दिया है। बृहस्पतिवार रात एक हिस्ट्रीशीटर को मुठभेड़ में गिरफ्तार किया गया। उसका दूसरा साथी, जो कि गैंगस्टर है। वह फरार है। हिस्ट्रीशीटर ने बताया कि लूट के विरोध में ट्रांसपोर्ट कर्मी की गोली मारकर हत्या की थी।
शुक्रवार को पुलिस लाइन में प्रेसवार्ता करते हुए एसएसपी शैलेश कुमार पांडेय ने बताया कि जमुनापार थाना के गांव अलीपुर निवासी प्रेमशंकर सारस्वत की 11 फरवरी की शाम 7.30 बजे गांव जाते वक्त नगला पोला गांव के पास हत्या की गई थी। प्रेमशंकर मसानी स्थित संजय गोयल की ट्रांसपोर्ट कंपनी में मैनेजर थे। पुलिस की पड़ताल में सामने आया कि उस रात वारदात को अंजाम डी-27 गैंग के मुखिया व हिस्ट्रीशीटर सुनील कुमार निवासी मनोहरपुर, महावन और उसकी गैंग के हिस्ट्रीशीटर यूसुफ उर्फ लंबू निवासी किसोरपुर, जेवर, गौतमबुद्धनगर द्वारा दिया गया था।
बदमाश सुनील कुमार को बृहस्पतिवार रात बलदेव रोड रावल से आगे पेट्रोल पंप के पास एक बंद मकान में जमुनापार पुलिस इंस्पेक्टर संजीव कुमार दुबे, एसओजी व स्वाट टीम ने घेरा। पुलिस की घेराबंदी तोड़ने को सुनील ने फायरिंग कर दी। अपने बचाव में पुलिस द्वारा गोली चलाई गई, जिसमें सुनील के पैर में गोली लगी और उसे गिरफ्तार किया गया। उसके पास से एक तमंचा व तीन कारतूस बरामद हुए हैं। यूसुफ उर्फ लंबू की तलाश की जा रही है।
वारदात के बाद तमंचा बरामदगी में चला गया था जेल
सुनील इस वारदात के बाद गायब हो गया था। उसने पुलिस को पूछताछ में बताया कि घटना वाली रात को वह अपना फोन भी घर पर छोड़कर गया था, जिससे की उसको सर्विलांस के जरिये पुलिस न पकड़ सके। वारदात के बाद अपने घर न जाकर संपर्क के लोगों के घर सोया था। 19 फरवरी को उसे महावन पुलिस ने तमंचे के साथ गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। 20 मार्च को वह जेल से छूटकर आया था।
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