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परिषद की केंद्रीय कार्यसमिति सदस्य प्रियंका तिवारी ने कहा कि प्रधानाचार्य ममता दीक्षित ने हिजाब-बुर्का पहनकर विद्यालय आने वाली छात्राओं को रोकते हुए उनको ड्रेस कोड में आने के लिए कहा तो उनके खिलाफ साजिश रची जा रही है।
उन्होंने कहा कि जांच में डीआईओएस ने बिना साक्ष्य और बयान दर्ज किए आपसी मतभेद बताया है। प्रधानाचार्य के आरोपों की गंभीरता को समझते हुए डीएम उच्च स्तरीय समिति बनाकर जांच कराएं।
ज्ञापन देने वालों में शुभम कश्यप, सुब्रत हरदेनिया, तान्या सिंह, दीपक कश्यप, सुमित शर्मा, आकाश शर्मा, रोहित परमार, अजीत पिप्पल, रॉकी चौधरी, नितिन कुशवाहा, मनीष बघेल, हिमांशु यादव आदि मौजूद रहे।
बता दें डीआईओएस ने बताया था कि जांच में लगाए गए आरोप प्रथम दृष्टया निराधार पाए गए हैं। पूछताछ में ये पाया गया कि शिक्षिकाओं और प्रधानाचार्य के बीच आपसी मतभेद और वरिष्ठता का विवाद है। ये रिपोर्ट डीएम और एसएसपी को भेजी गई है।
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