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हृदय दिवस
– फोटो : सोशल मीडिया।
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डॉ. भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय के संस्कृति भवन में बृहस्पतिवार को विश्व हृदय दिवस पर स्वास्थ्य विभाग की ओर से राष्ट्रीय गैर संचारी रोग नियंत्रण कार्यक्रम के तहत संगोष्ठी का आयोजन किया गया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने कहा कि आजकल की भागमभाग भरी जिंदगी में जीवनशैली अव्यवस्थित हो गई है। हृदय पर इसके दुष्प्रभाव पड़ रहे हैं। हृदय रोगियों की संख्या बढ़ रही है। दिल को दुरुस्त रखने के लिए हमें दिनचर्या में सुधार लाना होगा। व्यायाम करना जरूरी है। ध्यान व योग जैसी निधि हमारे पास है, इसे अपनाना होगा।
पुष्पांजलि हॉस्पिटल के कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. मनीष शर्मा ने कहा कि पौष्टिक आहार लेना चाहिए। नियमित व्यायाम की आदत डालनी चाहिए। प्राकृतिक तौर पर मिलने वाले खाने का सेवन करना चाहिए और अलग से कोई सप्लीमेंट नहीं लेना चाहिए। विश्वविद्यालय के फार्मेसी विभागाध्यक्ष डॉ. बृजेश तिवारी ने कहा कि युवाओं में धूम्रपान या तंबाकू के सेवन की बढ़ती आदत चिंताजनक है। इससे हृदय और सेहत पर प्रभाव पड़ता है। गैर संचारी रोग नियंत्रण कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ. पियूष जैन ने कहा कि हमें जंक और ऑयली फूड के सेवन से बचना चाहिए। शारीरिक गतिविधि बढ़ाने के साथ व तनाव लेने से बचना चाहिए। डॉक्टरों ने फार्मेसी विभाग के छात्र-छात्राओं व स्टाफ की ब्लड शुगर और ब्लड प्रेशर आदि की जांचें की। कार्यक्रम का संचालन डॉ. पूजा शर्मा ने किया।
स्वस्थ हृदय से ही स्वस्थ जीवन संभव
रोटरी क्लब आगरा रॉयल की ओर से खेलगांव में विश्व हृदय दिवस पर सेमिनार का आयोजन किया गया। मुख्य वक्ता डॉ. अरविंद यादव ने कहा कि स्वस्थ हृदय से ही स्वस्थ जीवन संभव है। नियमित रूप से 10 हजार कदम चलना हृदय के लिए वरदान है। डॉ. जयबाबू ने कहा कि चेस्ट पेन को विशेष महत्व दें। 45 वर्ष की उम्र के बाद नियमित रूप से जांच जरूर कराएं। क्लब की अध्यक्षा शारदा गुप्ता ने अध्यक्षता की। संचालन डॉ. मुकेश गोयल ने किया। डॉ. दीपक मारू ने धन्यवाद ज्ञापित किया। आरती मेहरोत्रा, संगीता अग्रवाल, उमेश गुप्ता, मीरा गुप्ता, वाईबी अग्रवाल, अपर्णा पोद्दार की उपस्थिति रही।
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60 मरीजों की नि:शुल्क जांच की
आगरा मेडिसिटी हॉस्पिटल में हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. राजकुमार गुप्ता व डॉ. अमित चौधरी की ओर से 60 हृदय रोगियों की नि:शुल्क जांच की गई। मरीजों को परामर्श दिया गया। मरीजों को खानपान का ध्यान रखने के साथ जीवनशैली को व्यवस्थित बनाने का सुझाव दिया गया।
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