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हेल्थ एटीएम। (फाइल)
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उत्तर प्रदेश के मैनपुरी में लोगों की सुविधा के लिए जिला अस्पताल और सौ शैया अस्पताल में हेल्थ एटीएम लगाए गए हैं। लाखों की लागत से स्थापित ये हेल्थ एटीएम शोपीस बनकर रह गए हैं। जनपद आए उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने हेल्थ एटीएम पर केयर टेकर की तैनाती के निर्देश दिए थे। केयर टेकर की तैनाती भी हुई लेकिन लोगों की मदद के लिए हेल्थ एटीएम पर कोई केयर टेकर नहीं मिलता है।
मुख्यमंत्री के आदेश पर जन प्रतिनिधियों की मदद से जिले में सात स्वास्थ्य केंद्रों पर हेल्थ एटीएम की स्थापना कराई गई है। हेल्थ एटीएम की स्थापना का उद्देश्य ये था कि दो बजे के बाद लैब बंद हो जाती है इसके बाद लोगों की जांच के लिए सरकारी अस्पतालों में कोई व्यवस्था नहीं है। चार लाख रुपये की लागत से स्थापित एक हेल्थ एटीएम शोपीस ही नजर आ रहे हैं। यहां 22 प्रकार की जांच की व्यवस्था है लेकिन एक प्रकार की जांच भी नहीं हो पा रही है। लोग बाहर से जांच कराने को मजबूर हैं। संवाद
महाराजा तेज सिंह जिला अस्पताल महाराजा तेज सिंह जिला अस्पताल की इमरजेंसी में हेल्थ एटीएम पर केयर टेकर के रूप में एलटी की तैनाती है। यह एलटी सुबह रजिस्टर रखकर गायब हो जाता है। ऐसे में यहां आने वाले लोगों को इस एटीएम से जांच का कोई लाभ नहीं मिल पा रहा है। बुधवार को जिला अस्पताल की इमरजेंसी में अपनी बीमार मां को लेकर पहुंचे राजा का बाग निवासी हरीश ने बताया कि उसकी मां को शुगर की दिक्कत है। वह हेल्थ एटीएम पर दो बजे आया यहां कोई मौजूद नहीं था बाद में उसने बाहर से जांच कराई।
सौ शैया अस्पताल स्थापित हेल्थ एटीएम
सौ शैया अस्पताल में स्थापित हेल्थ एटीएम से भी कर्मचारी अधिकतर गायब रहता है। बुधवार को दोपहर करीब डेढ़ बजे यहां कर्मचारी मौजूद नहीं था। यहां प्रसव के लिए पहुंची गीता देवी के परिजन ने बताया कि डॉक्टर ने गीता की जांच के लिए कहा है। परिजन ने बताया कि लैब बंद हो चुकी है और हेल्थ एटीएम पर कोई कर्मचारी नहीं है। इसलिए बाहर से जांच कराने जाना पड़ रहा है।
हेल्थ एटीएम पर कर्मचारियों की नियमित तैनाती की गई है। यदि लापरवाही कर रहे हैं तो जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी। -डॉ. आरसी गुप्ता, सीएमओ
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