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By: Inextlive | Updated Date: Sat, 18 Mar 2023 07:10:59 (IST)
एसएन मेडिकल कॉलेज में शुक्रवार से एच3एन2 की जांच शुरू कर दी गई. पहले दिन दो नमूनों की जांच की गई, दोनों की रिपोर्ट निगेटिव आई है. एसएन की वायरोलाजी लैब में नमूने पहुंचने के अधिकतम 24 घंटे में रिपोर्ट दे दी जाएगी. श्रेणी सी में शामिल अति गंभीर मरीजों के ही नमूने लिए जाएंगे.
आगरा(ब्यूरो)। इन्फ्लूएंजा-ए और एच3एन2 से संक्रमित मरीजों को सर्दी, जुकाम, बुखार और खांसी की समस्या हो रही है। खांसी एक महीने तक ठीक नहीं हो रही है। इन मरीजों की तीन श्रेणी बनाई गई हैं। इसमें से श्रेणी ए और बी में सर्दी, जुकाम और बुखार के ऐसे मरीज हैं, इनको दवा देने पर आराम मिल रहा है। इनकी एच3एन2 की जांच नहीं की जानी है। श्रेणी सी के अति गंभीर मरीजों की ही जांच की जाएगी। सरकारी और प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती सांस लेने में परेशानी वाले बुखार के अति गंभीर मरीजों के नमूने लेकर एसएन की वायरोलॉजी लैब में भेजे जाएंगे। एसएन के माइक्रोबायोलॉजी विभाग के अध्यक्ष डॉ। अंकुर गोयल ने बताया कि एच3एन2 की जांच तीन घंटे में पूरी हो जाती है। नमूने मिलने के अधिकतम 24 घंटे में रिपोर्ट दे दी जाएगी।
यह होती है परेशानी
-बुखार के साथ सांस फूलना, सीने में दर्द, रक्तचाप कम होना, बलगम में खून आना, नाखूनों का नीला पडऩा
-इन्फ्लूएंजा जैसे रोगों से संक्रमित बच्चे, जिन्हें तेज बुखार, खाना न खा पा रहे हों, सांस चलना और सांस लेने में परेशानी
-मधुमेह, ह्रदय, कैंसर के मरीजों को बुखार के साथ सांस लेने में परेशानी सहित अन्य समस्याएं
घबराएं नहीं, ये करें
-बुखार आने पर डॉक्टर से परामर्श के बाद ही दवाएं लें
-बुखार के साथ उल्टी दस्त की समस्या होने पर पानी की कमी न होने दें
-आराम करें और परिवार के अन्य सदस्यों को संक्रमण से बचाएं
-बेहोशी, सांस लेने में परेशानी होने पर तुरंत अस्पताल में भर्ती हो जाएं
पहले दिन दो नमूनों की जांच की गई, दोनों की रिपोर्ट निगेटिव आई है।
– डॉ। प्रशांत गुप्ता, एसएन के प्राचार्य
मौसम बदलने से रहें सावधान
आगरा. एच3एन2 के मरीज देशभर में बढ़ रहे हैैं। ताजनगरी में भी सर्दी-जुकाम बुखार के मरीजों की संख्या रोजाना बढ़ रही है। बच्चों में इंफ्लुएंजा की पुष्टि हो रही है। निमोनिया होने पर बच्चों और बड़े दोनों को ही हॉस्पिटल में एडमिट करना पड़ रहा है। शुक्रवार को बारिश होने और अचानक मौसम बदलने से वायरल की चपेट में आने का खतरा और अधिक बढ़ गया है। इसलिए ऐसे मौसम में सावधानी बरतने की जरुरत है।
एसएन मेडिकल कॉलेज के मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर डॉ। प्रभात अग्रवाल ने बताया कि मौसम में बदलाव आने से टेंपरेचर में भी गिरावट आई है। ऐसे में अपना ध्यान रखें। फुल स्लीव के कपड़े पहनें। सुबह या शाम सर्दी फील हो तो हल्के गर्म कपड़े भी पहन सकते हैैं। यदि किसी को सर्दी-जुकाम व बुखार, खांसी, सांस फूलने जैसे लक्षण आते हैैं तो डॉक्टर से परामर्श लेकर ही दवाएं लें।
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