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बाजार बंद
– फोटो : अमर उजाला
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आगरा में स्टेट जीएसटी टीम ने शनिवार को भी (लगातार छठवें दिन) छापेमारी की। दोपहर में सबसे बड़े जूता मार्केट हींग की मंडी में टीम को देखते ही विरोध में दुकानें बंद कर दी गईं। आधे घंटे के अंदर हींग की मंडी, मीरा हुसैनी और सदर भट्ठी तक का पूरा जूता बाजार बंद हो गया। इससे पहले शुक्रवार को लोहामंडी और बृहस्पतिवार को बालूगंज के व्यापारियों ने बाजार बंद किया था।शहर के चार व्यापारिक संगठनों के विरोध, प्रदर्शन और एडिशनल कमिश्नर ग्रेड-1 अजय कुमार सिंह से मिलने के बाद भी छापे मारने का दौर जारी है। शनिवार को अवकाश के बाद भी स्टेट जीएसटी की टीमें 11 जगह छापे मारने पहुंचीं। दोपहर 12 बजे ही थोक और खुदरा बाजार खुलने शुरू हुए थे कि फिर बंद हो गए।
व्यापारी बोले- टैक्स बढ़ा तो छापे क्यों
पूरे प्रदेश में स्टेट जीएसटी के छह दिन से जारी छापों को लेकर व्यापार संगठन आक्रोशित हैं। व्यापारियों ने लगातार तीन दिन से बाजार बंद रखकर विरोध जताना शुरू किया है। आगरा व्यापार मंडल अध्यक्ष टीएन अग्रवाल, फे डरेशन के हरेश अग्रवाल, भूपेंद्र सिंह सोबती, जय पुरसनानी, मुकेश अग्रवाल, आगरा शू फैक्टर्स फेडरेशन के गागन दास रामानी समेत व्यापारियों ने चेतावनी दी है कि छापे न रुके तो पूरे प्रदेश के दुकानदार कारोबार बंद कर देंगे और चाबियां स्टेट जीएसटी कमिश्नर को सौंप देंगे।
ये उठाए सवाल, मांग भी की
– पूरे प्रदेश में जीएसटी कलेक्शन बढ़ा है तो फिर छापे क्यों
– रिटर्न, ई-वे बिल में पूरा ब्योरा, फिर दुकान पर छापे क्यों
– टैक्स का भुगतान करने वालों का छापे मारकर उत्पीड़न क्यों
– छोटे दुकानदारों पर कार्रवाई क्योें, डर का माहौल बनाया गया
– ज्यादा टैक्स देने वाले व्यापारियों को सम्मानित किया जाए
85 लाख रुपये जमा कराया टैक्स
शनिवार को स्टेट जीएसटी ने हींग की मंडी के साथ लोहामंडी, ताजगंज, शाहगंज, खेरिया मोड़ सहित 11 स्थानों पर छापे मारे। स्टेट जीएसटी एडिशनल कमिश्नर अजय कुमार सिंह ने बताया कि पांच दिन में अब तक 85 लाख रुपये टैक्स के रूप में जमा कराए हैं। शुक्रवार के छापे में 5 लाख रुपये का टैक्स जमा कराया गया। उन्होंने स्पष्ट किया कि ईमानदार व्यापारी निशाने पर नहीं है। ऐसे किसी भी व्यापारी पर कार्रवाई नहीं हुई जो सही तरीके से बिलिंग कर रहा है। छापे वहीं डाले गए जो पंजीकृत नहीं है या फिर बिल जारी नहीं करते।
विस्तार
आगरा में स्टेट जीएसटी टीम ने शनिवार को भी (लगातार छठवें दिन) छापेमारी की। दोपहर में सबसे बड़े जूता मार्केट हींग की मंडी में टीम को देखते ही विरोध में दुकानें बंद कर दी गईं। आधे घंटे के अंदर हींग की मंडी, मीरा हुसैनी और सदर भट्ठी तक का पूरा जूता बाजार बंद हो गया। इससे पहले शुक्रवार को लोहामंडी और बृहस्पतिवार को बालूगंज के व्यापारियों ने बाजार बंद किया था।शहर के चार व्यापारिक संगठनों के विरोध, प्रदर्शन और एडिशनल कमिश्नर ग्रेड-1 अजय कुमार सिंह से मिलने के बाद भी छापे मारने का दौर जारी है। शनिवार को अवकाश के बाद भी स्टेट जीएसटी की टीमें 11 जगह छापे मारने पहुंचीं। दोपहर 12 बजे ही थोक और खुदरा बाजार खुलने शुरू हुए थे कि फिर बंद हो गए।
व्यापारी बोले- टैक्स बढ़ा तो छापे क्यों
पूरे प्रदेश में स्टेट जीएसटी के छह दिन से जारी छापों को लेकर व्यापार संगठन आक्रोशित हैं। व्यापारियों ने लगातार तीन दिन से बाजार बंद रखकर विरोध जताना शुरू किया है। आगरा व्यापार मंडल अध्यक्ष टीएन अग्रवाल, फे डरेशन के हरेश अग्रवाल, भूपेंद्र सिंह सोबती, जय पुरसनानी, मुकेश अग्रवाल, आगरा शू फैक्टर्स फेडरेशन के गागन दास रामानी समेत व्यापारियों ने चेतावनी दी है कि छापे न रुके तो पूरे प्रदेश के दुकानदार कारोबार बंद कर देंगे और चाबियां स्टेट जीएसटी कमिश्नर को सौंप देंगे।
ये उठाए सवाल, मांग भी की
– पूरे प्रदेश में जीएसटी कलेक्शन बढ़ा है तो फिर छापे क्यों
– रिटर्न, ई-वे बिल में पूरा ब्योरा, फिर दुकान पर छापे क्यों
– टैक्स का भुगतान करने वालों का छापे मारकर उत्पीड़न क्यों
– छोटे दुकानदारों पर कार्रवाई क्योें, डर का माहौल बनाया गया
– ज्यादा टैक्स देने वाले व्यापारियों को सम्मानित किया जाए
85 लाख रुपये जमा कराया टैक्स
शनिवार को स्टेट जीएसटी ने हींग की मंडी के साथ लोहामंडी, ताजगंज, शाहगंज, खेरिया मोड़ सहित 11 स्थानों पर छापे मारे। स्टेट जीएसटी एडिशनल कमिश्नर अजय कुमार सिंह ने बताया कि पांच दिन में अब तक 85 लाख रुपये टैक्स के रूप में जमा कराए हैं। शुक्रवार के छापे में 5 लाख रुपये का टैक्स जमा कराया गया। उन्होंने स्पष्ट किया कि ईमानदार व्यापारी निशाने पर नहीं है। ऐसे किसी भी व्यापारी पर कार्रवाई नहीं हुई जो सही तरीके से बिलिंग कर रहा है। छापे वहीं डाले गए जो पंजीकृत नहीं है या फिर बिल जारी नहीं करते।
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