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गिरफ्त में आरोपी…
– फोटो : एएनआई
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जाली नोट छापने के आरोप में आखिरकार पुलिस ने वाराणसी से मुकेश उर्फ रौनक को गिरफ्तार कर ही लिया। इससे पहले, एक ही मामले में 3 को गिरफ्तार किया गया था और 1.5 लाख रुपये के नकली नोट बरामद किए गए थे।
इससे पहले मथुरा जीआरपी ने जाली नोट बनाने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया। जाली नोट छापने वाले रौनक के ठिकानों पर राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) मथुरा की टीम ने दबिश दी थी। वाराणसी और कोटा में छापे के दौरान जीआरपी को बड़ी सफलता मिली।
जीआरपी ने शुक्रवार को जाली नोट बनाने वाले बड़े रैकेट का खुलासा किया था। इसकी जांच विशेष टीम कर रही है। पकड़े गए लोगों की पूछताछ में जीआरपी को पता चला है कि जाली नोट छापने के लिए सिक्योरिटी पेपर चीन की कंपनी से ऑन लाइन मंगाया जाता था। इस पेपर से वाराणसी के थाना चौबेपुर के गांव सृष्टि निवासी रौनक उर्फ मुकेश 500-500 के जाली नोट छापता था। इन नोटों को बाजार में अपने एजेंट के माध्यम से चलाने का काम राजस्थान के सवाई माधोपुर निवासी कलीमुल्ला काजी और कोटा निवासी मोहम्मद तकीम उर्फ तकी करते थे। रौनक उर्फ मुकेश पर शुक्रवार को ही 25 हजार का इनाम घोषित कर दिया गया था।
शुक्रवार रात जीआरपी एसपी मोहम्मद मुस्ताक की ओर से गठित विशेष जांच दल वाराणसी चला गया था। शनिवार अल सुबह रौनक उर्फ मुकेश के घर पर छापा भी मारा गया। इस घेराबंदी में रौनक से जुड़े कई लोग हाथ लगे हैं। कोटा में मोहम्मद तकीम से जुड़े कई ठिकानों पर भी दबिश दी है। सूत्रों के अनुसार जीआरपी को दोनों स्थानों पर बड़ी सफलता मिली है।
कलीमुल्ला, रौनक के पास से ही ला रहा था जाली नोट
जाली नोट चलाने वाले गिरोह का सरगना सवाई माधोपुर राजस्थान निवासी टैक्सी चालक कलीमुल्ला काजी जाली नोटों की खेप लेकर रौनक के पास से ही आ रहा था। जिसे शुक्रवार को जीआरपी ने दबोचा लिया था। जीआरपी जेल भेजे गए गिरोह के सदस्यों से पूछताछ के आधार पर प्रकाश में आए लोगों की तलाश में जुटी है।
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