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पशु मेला (फाइल फोटो)
– फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
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लंपी वायरस के प्रकोप के कारण जिले में सभी पशु मेलों के आयोजन पर रोक लगा दी गई थी। अब लंपी वायरस की बीमारी पर नियंत्रण होने के चलते पशु बाजार व मेलों के आयोजन से रोक हटा दी गई है। पशु बाजार संचालकों व पशु पालकों में रोक हटने से खुशी है। प्रदेश के सीएम और पशुधन मंत्री का लोगों ने आभार व्यक्त किया है।
यहां लगती है पैठ
जिले के कासगंज, सहावर और पटियाली तीनों ही तहसीलों में कई स्थानों पर पशु बाजार और पैंठ लगती है। इन बाजारों में गाय, भैंस, बैल, घोड़ा, गधा, बकरी आदि प्रजाति के पशुओं की खरीद फरोक्त होती है। क्षेत्र के अनुसार इन बाजारों के अलग-अलग दिन निर्धारित हैं। निर्धारित दिनों में ही यह बाजार संचालित होते हैं। लंपी वायरस पर प्रभावी नियंत्रण पाते हुए पशु चिकित्सा विभाग 83 प्रतिशत गोवंशीय पशुओं का टीकाकरण करके उन्हें प्रतिरक्षित कर चुका है।
परेशान थे पशुपालक
शासन के अपर मुख्य सचिव डॉ. रजनीश दुबे ने पशु मेलों और पशु पैंठ से रोक हटाने के संबंध में दिशा निर्देश जारी कर दिए हैं। पशु मेला एवं पशु पैंठ संगठन उत्तर प्रदेश कोषाध्यक्ष डॉ. बीडी राना ने बताया कि पशु बाजारों पर रोक के कारण पशुपालक परेशान थे। मुख्यमंत्री और पशुधन मंत्री ने रोक हटाकर अच्छा कार्य किया है।
शासन ने दिए निर्देश
मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. एके सागर ने बताया कि पशु बाजार और पशु पैंठ के आयोजन से रोक हटा ली गई है। इस संबंध में शासन के दिशा निर्देश मिले हैं। शीघ्र ही जिलाधिकारी की ओर से आदेश निर्गत किए जाएंगे।
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