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– फोटो : अमर उजाला
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मैनपुरी के बेवर में पुलिस ने आठ भू-माफिया को सोमवार को गैंगस्टर में निरुद्ध किया है। उनकी अपराध से अर्पित संपत्ति का लेखाजोखा तैयार किया जा रहा है। पुलिस संपत्ति कुर्क करने की कार्रवाई जल्द कर सकती है। पुलिस की कार्रवाई जिलेभर में एंटी भू माफिया के तहत की जारी है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जमीनों पर कब्जे के मामलों में सख्ती से कार्रवाई के आदेश दिए हैं। एसपी कमलेश दीक्षित के निर्देशन में माफिया के खिलाफ एंटी भू-माफिया के तहत कार्रवाई जारी है। बेवर पुलिस ने जिन आठ लोगों पर गैंगस्टर की कार्रवाई की है, उसकी मुखिया महिला है और अपने दामाद व अन्य के साथ मिलकर जमीन के फर्जी बैनामा कर लोगों से धोखाधड़ी करती थी।
एसपी के अनुसार गिरोह की सरगना आदेशा देवी, आनंद कुमार उर्फ मोहित, विपिन उर्फ पुन्नी, हिस्ट्रीशीटर जगपाल उर्फ जयपाल सिंह, अंकित, आदित्य, योगेंद्र और सोनू को गैंगस्टर में निरुद्ध किया गया है। पुलिस इन लोगों द्वारा अपराध से अर्जित की गई संपत्ति आदि के बारे में जानकारी जुटा रही है। इस जांच के बाद कुर्की की कार्रवाई भी अमल में लाई जाएगी। एसपी मैनपुरी कमलेश दीक्षित ने बताया कि अपराध को किसी भी कीमत पर जनपद में पनपने नहीं दिया जाएगा। एंटी भू-माफिया के तहत कार्रवाई से इस अपराध को जड़ से खत्म किया जाएगा। कार्रवाई लगातार जारी रहेगी।
आदेशा देवी के पुत्र और दामाद हैं गिरोह के सक्रिय सदस्य
एंटी भू-माफिया के तहत गैंगस्टर के आरोपी बनाई गई आदेशा देवी के गैंग में दामाद व पुत्र भी सक्रिय सदस्य हैं। यह लोग सीधे साधे लोगों को जमीन का लालच देकर जाल में फंसाते थे। इसके बाद लाखों रुपया हड़पने के बाद गायब हो जाते थे। गैंग के सभी आठ सदस्यों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं। लोगों से जमीन की खरीद फरोख्त कर धोखाधड़ी करने वाली आदेश देवी उर्फ शेष कुमारी दन्नाहार के गांव बटरौली की रहने वालीं हैं। वह अपने पुत्र विपिन उर्फ पुन्नी व दामाद के साथ गैंग का संचालन करती थीं।
फर्जी बैनामा कर की थी 43 लाख की धोखाधड़ी
जमीनों के फर्जी मालिक बनकर बैनामा करना, जमीन का स्थान बदलकर बैनामा करना आदि अपराधों में संलिप्त थे। आदेशा देवी ने अप्रैल माह में शेष कुमारी बनकर नगला देवी थाना बेवर निवासी परिषदीय शिक्षक राहुल कुमार के साथ फर्जी बैनामा कर 43 लाख की धोखाधड़ी की थी। एक रिटायर्ड पुलिसकर्मी के साथ भी 15.20 लाख, वर्ष 2019 के एक मामले में भी 50 लाख से अधिक की धोखाधड़ी का मामला सामने आ चुका है। गैंग के बारे में जानकारी मिलने के बाद एसपी ने सख्त रुख अपनाते हुए कार्रवाई के निर्देश दिए थे।
दर्ज हैं कई आपराधिक मामले
गिरोह की सरगना आदेशा देवी पर करीब छह आपराधिक मामले दर्ज हैं। इसके अलावा आनंद कुमार उर्फ मोहित पर पांच, विपिन उर्फ पुन्नी पर चार, जगपाल उर्फ जयपाल सिंह पर तीन, अंकित पर तीन आदित्य व योगेंद्र पर दो-दो मुकदमा दर्ज हैं। गिरोह के योगेंद्र, मोहित व सोनू शिकार तलाश कर आदेशा देवी से मिलवने का काम करते थे। इसके बाद फर्जी कागजात तैयार करवाते थे। आनंद, पुन्नी उर्फ विपिन, अंकित फर्जी बैंक खाता खुलवाना और रुपयों का लेनदेन का काम संभालते थे। वर्तमान में उक्त सभी आरोपी सलाखों के पीछे हैं।
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