[ad_1]
ख़बर सुनें
आगरा। शाहगंज, अवधपुरी, प्रताप नगर, गढ़ी भदौरिया, मारुति एस्टेट आदि कॉलोनियों के 1 लाख लोगों को अब जनवरी, 2023 के अंत में ही गंगाजल मिल पाएगा। हालांकि क्षेत्रीय विधायक और उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने अप्रैल, 2021 में ही गंगाजल पहुंचाने का वादा किया था। तीन बार गंगाजल प्रोजेक्ट पूरी करने की मियाद जलनिगम के अधिकारी बढ़ा चुके हैं। इस बार 31 अगस्त की तय सीमा के बाद इसे जनवरी, 2023 तक और बढ़ाया गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले 9 जनवरी को आगरा में गंगाजल प्रोजेक्ट का लोकार्पण किया था। सिकंदरा वाटरवर्क्स को गंगाजल मिलने लगा, लेकिन शहर में वितरण नेटवर्क तैयार ही नहीं किया गया। 180 करोड़ रुपये की लागत से शाहगंज क्षेत्र में अमृत-3 और अमृत-4 योजना के तहत वितरण योजना शुरू की गई। इसे अप्रैल, 2021 में पूरा होना था, पर इसमें अब दो साल की देरी के बाद लोग 2023 में गंगाजल प्राप्त कर सकेंगे।
विनय नगर, मारुति स्टेट, मनु विहार, सुभाष नगर, गोकुल नगर, सुलहकुल नगर, धीर नगर, बीधा नगर, मारुति एन्क्लेव, राधिका विहार रोड, अलबतिया, गढ़ी भदौरिया, गुम्मट पार्क, शंकरगढ़ पुलिया, आजमपाड़ा, आवास विकास कॉलोनी, राम मोहन नगर, केशवकुंज, जवाहरपुरम, अवधपुरी, सैनिक नगर, बालाजीपुरम, कलाकुंज आदि कालोनियों के 20 हजार घरों में गंगाजल पहुंचाने के लिए कनेक्शन किए जाएंगे, लेकिन यह काम अधूरा है।
गंगाजल के कनेक्शन का काम कुछ कॉलोनियों में रह गया है। टंकियों की फिनिशिंग का काम चल रहा है। पंपिंग स्टेशन, मशीनरी, जलाशय बन चुके हैं, उम्मीद है कि जनवरी, 2023 के अंत तक घरों में पानी पहुंचाने में सफल होंगे।
-रमेश चंद्र, प्रोजेक्ट मैनेजर, जलनिगम
ताजगंज क्षेत्र में 24 घंटे पानी पहुंचाने की योजना में 17,225 कनेक्शन किए जाने हैं। अब तक 10 हजार घरों में ही कनेक्शन हुए हैं। आगरा स्मार्ट सिटी कंपनी के आनंद मेनन ने बताया कि 7,000 घरों में पानी के स्मार्ट मीटर लगने बाकी हैं। हर दिन 100 से 150 मीटर लगाए जा रहे हैं। उम्मीद है कि दो माह में ताजगंज के हर घर में पानी के स्मार्ट मीटर लगा देंगे। यहां अधिकांश इलाकों में आपूर्ति शुरू कर दी गई है।
आगरा। शाहगंज, अवधपुरी, प्रताप नगर, गढ़ी भदौरिया, मारुति एस्टेट आदि कॉलोनियों के 1 लाख लोगों को अब जनवरी, 2023 के अंत में ही गंगाजल मिल पाएगा। हालांकि क्षेत्रीय विधायक और उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने अप्रैल, 2021 में ही गंगाजल पहुंचाने का वादा किया था। तीन बार गंगाजल प्रोजेक्ट पूरी करने की मियाद जलनिगम के अधिकारी बढ़ा चुके हैं। इस बार 31 अगस्त की तय सीमा के बाद इसे जनवरी, 2023 तक और बढ़ाया गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले 9 जनवरी को आगरा में गंगाजल प्रोजेक्ट का लोकार्पण किया था। सिकंदरा वाटरवर्क्स को गंगाजल मिलने लगा, लेकिन शहर में वितरण नेटवर्क तैयार ही नहीं किया गया। 180 करोड़ रुपये की लागत से शाहगंज क्षेत्र में अमृत-3 और अमृत-4 योजना के तहत वितरण योजना शुरू की गई। इसे अप्रैल, 2021 में पूरा होना था, पर इसमें अब दो साल की देरी के बाद लोग 2023 में गंगाजल प्राप्त कर सकेंगे।
विनय नगर, मारुति स्टेट, मनु विहार, सुभाष नगर, गोकुल नगर, सुलहकुल नगर, धीर नगर, बीधा नगर, मारुति एन्क्लेव, राधिका विहार रोड, अलबतिया, गढ़ी भदौरिया, गुम्मट पार्क, शंकरगढ़ पुलिया, आजमपाड़ा, आवास विकास कॉलोनी, राम मोहन नगर, केशवकुंज, जवाहरपुरम, अवधपुरी, सैनिक नगर, बालाजीपुरम, कलाकुंज आदि कालोनियों के 20 हजार घरों में गंगाजल पहुंचाने के लिए कनेक्शन किए जाएंगे, लेकिन यह काम अधूरा है।
गंगाजल के कनेक्शन का काम कुछ कॉलोनियों में रह गया है। टंकियों की फिनिशिंग का काम चल रहा है। पंपिंग स्टेशन, मशीनरी, जलाशय बन चुके हैं, उम्मीद है कि जनवरी, 2023 के अंत तक घरों में पानी पहुंचाने में सफल होंगे।
-रमेश चंद्र, प्रोजेक्ट मैनेजर, जलनिगम
ताजगंज क्षेत्र में 24 घंटे पानी पहुंचाने की योजना में 17,225 कनेक्शन किए जाने हैं। अब तक 10 हजार घरों में ही कनेक्शन हुए हैं। आगरा स्मार्ट सिटी कंपनी के आनंद मेनन ने बताया कि 7,000 घरों में पानी के स्मार्ट मीटर लगने बाकी हैं। हर दिन 100 से 150 मीटर लगाए जा रहे हैं। उम्मीद है कि दो माह में ताजगंज के हर घर में पानी के स्मार्ट मीटर लगा देंगे। यहां अधिकांश इलाकों में आपूर्ति शुरू कर दी गई है।
[ad_2]
Source link