[ad_1]
बसपा सरकार में तत्कालीन ऊर्जा मंत्री रामवीर उपाध्याय ने दो बड़े काम किए। एक आगरा, हाथरस में बड़े पैमाने पर बिजली घर खुलवाए। दूसरा बड़ी संख्या में किसानों के नलकूप लगवाए। सुनील चित्तौड़ ने बताया कि वह दबंग नेता थे, लेकिन कार्यकर्ता के दिलों में रहते थे। कार्यकर्ता को हाथ पकड़ कर अपनी डायनिंग टेबिल पर खाना खिलाते थे।
बसपा सरकार में तत्कालीन ऊर्जा मंत्री रामवीर उपाध्याय ने दो बड़े काम किए। एक आगरा, हाथरस में बड़े पैमाने पर बिजली घर खुलवाए। दूसरा बड़ी संख्या में किसानों के नलकूप लगवाए। सुनील चित्तौड़ ने बताया कि वह दबंग नेता थे, लेकिन कार्यकर्ता के दिलों में रहते थे। कार्यकर्ता को हाथ पकड़ कर अपनी डायनिंग टेबिल पर खाना खिलाते थे।
पूर्व मेयर प्रत्याशी व भाजपा नेता दिगंबर सिंह धाकरे कहते हैं कि दुश्मनों का दिल जीतने का रामवीर उपाध्याय के पास हुनर था। उन्होंने खुद अपनी राजनीतिक जमीन बनाई। उनका अधिकारियों से काम कराने का अंदाज भी निराला था।
रामवीर उपाध्याय अधिकारी से कहते थे ये काम करना और फिर मुझे बताना। तर्क संगत बात करते थे। प्रखर राजनीतिज्ञ थे। पांच बार विधायक बने। चार बार मंत्री रहे। पहली बार जब वह परिवहन मंत्री बने तो उन्होंने कस्बों में डिपो खुलवाई। उनके पिता रोडवेज में चतुर्थ श्रेणी कर्मी थे।
[ad_2]
Source link