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एसटीएफ
– फोटो : अमर उजाला
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डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के पूर्व कार्यवाहक कुलपति प्रो. विनय पाठक और उनके करीबी अजय मिश्रा के खिलाफ लखनऊ में मुकदमा दर्ज हुआ है। जांच एसटीएफ कर रही है। विश्वविद्यालय में हुए भ्रष्टाचार के मामले में अब आगरा में भी मुकदमे की तैयारी कर ली गई है। इसमें कॉलेजों की मान्यता, संबद्धता, सेंटर बनाने, निर्माण कार्य आदि में कमीशन और रिश्वत के मामले उजागर होंगे। एसटीएफ के रडार पर दस से अधिक अधिकारी और कर्मचारी हैं, जिन्होंने मोटा मुनाफा कमाया है।
डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय में विद्यार्थियों की परेशानियां किसी से छिपी नहीं है। रिजल्ट, अंकतालिका से लेकर डिग्री तक के लिए भटकना पड़ता है। परीक्षा से संबंधित कई कार्य एजेंसी से कराए जा रहे थे। लखनऊ में मुकदमा दर्ज होने के बाद विश्वविद्यालय की साख पर एक बार फिर सवाल उठने लगा है। एसटीएफ अपने हाथों में जांच लेने के बाद बड़ी कार्रवाई की तैयारी कर रही है। इसके तहत हरीपर्वत थाना में मुकदमे दर्ज कराए जा सकते हैं।
पिछले दिना एसटीएफ ने अपना एक अस्थायी कार्यालय बनाया था। इसके अलावा मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी को भी जारी किया था। इस पर कई शिकायत आई थीं। इससे मिली जानकारी की टीम ने जांच की। इनमें पूर्व कार्यवाहक कुलपति के कार्यकाल में कॉलेजों को मिली मान्यता और संबद्धता, परीक्षा केंद्र बनाने में मोटी रकम लेने के अलावा विश्वविद्यालय में हुए निर्माण कार्य सहित अन्य कार्य में कमीशन लेने के आरोप हैं। इनके आधार पर ही मुकदमे दर्ज किए जाएंगे।
लखनऊ की टीम ने संस्कृति भवन में की जांच
लखनऊ से पांच सदस्यीय टीम मंगलवार शाम को आगरा पहुंची। सूत्रों ने बताया कि टीम ने आते ही एसटीएफ कार्यालय पहुंचकर जांच से संबंधित दस्तावेजों को देखा। इसके बाद विश्वविद्यालय के संस्कृति भवन गई। टीम का नेतृत्व सीओ कर रहे हैं। संस्कृति भवन के फोटोग्राफ लिए गए हैं। उसको बनाने में खर्च हुए बजट की जानकारी ली। बुधवार को टीम विश्वविद्यालय जा सकती है। इस दौरान कर्मचारियों से लेकर अधिकारियों तक पूछताछ की जाएगी।
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फंसेंगे कई अधिकारी और कर्मचारी
विश्वविद्यालय के कर्मचारी और अधिकारी एसटीएफ के रडार पर हैं। यह पता किया जा रहा है कि करोड़ों की संपत्ति बनाने वाले कौन-कौन हैं। आय से अधिक संपत्ति किसने जुटाई है। इसके लिए गोपनीय सूचनाएं भी ली जा रही है। आरोपों में घिरे प्रो. पाठक की संपत्ति की जांच भी एसटीएफ ने शुरू कर दी है। इसके बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। उनके बेटे के विदेश में रहने की जानकारी मिली है। प्रो. पाठक खुद भी कई बार विदेश जा चुके हैं।
और शिकायतें भी मिलीं
एसटीएफ, आगरा यूनिट के एसपी राकेश कुमार ने बताया कि डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के पूर्व कार्यवाहक कुलपति प्रो. विनय पाठक और अजय मिश्र के मामले में जांच जारी है। भ्रष्टाचार की और भी शिकायत मिली हैं। एसटीएफ साक्ष्य संकलन कर रही है। कुछ मामलों में पुख्ता साक्ष्य मिल गए हैं। इस पर मुकदमे दर्ज कराने की तैयारी कर ली गई है।
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