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गाड़ी पर चालक की पत्नी भी बैठी थी। थप्पड़ मारे जाने से आहत चालक ने गाड़ी को बिना स्टार्ट किए ही वहीं बीच सड़क पर खड़ी कर दी। इसके बाद चालक व उसकी पत्नी दोनों गाड़ी से नीचे उतर आए। दोनों बीच सड़क पर होमगार्ड और युवक के छप्पड़ मारने का विरोध करने लगे।
मामले बढ़ता देख आरोपी युवक वहां से खिसक लिया। पति-पत्नी उसे बुलाने की जिद पर अड़ गए। पीछे से आ रहे लोग गाड़ी बढ़ाने का आग्रह करते रहे लेकिन वह नहीं मानें। दोनों अपमान करने का विरोध करते रहे। इससे जीटी रोड पर लंबा जाम लग गया। यह हाई वोल्टेज ड्रामा घंटों चलता रहा।
दरअसल, यह हंगामा उस समय जारी था, जब स्कूलों में छुट्टी हुई थी। बच्चे साइकिल से या अपने गार्जियन के साथ घरों को लौट रहे थे। धूप भी कड़ी थी। हंगामें के चलते मासूम बच्चे भी जाम में फंस गए। वह कड़ी धूप में बिलबिलाते रहे। उन्हें भी परेशानी झेलनी पड़ी।
लोग हंगामा कर रहे पति-पत्नी को गाड़ी हटाने के लिए समझाते रहे, लेकिन वह मानने को तैयार नहीं थे। पत्नी एक ही बात रट रही थी कि ‘गाड़ी में खराबी है, धक्का देकर स्टार्ट होती है। यदि किसी कारण बंद हो गई तो मेरे पति पर हाथ कैसे उठा दिया।’
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