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एमडीएम में बांटे खराब बिस्कुट
– फोटो : अमर उजाला
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उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जिले में परिषदीय स्कूलों में एमडीएम के नाम पर बच्चों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ करने का मामला सामने आया। एनजीओ ने रोटी-सब्जी की जगह सोमवार को मध्यान्ह भोजन में नौ माह पूर्व एक्सपायरी डेट के बिस्कुट का वितरण करा दिया। जब शिक्षकों ने पैकेट खोला तो उसमें महक आ रही थी। कई स्कूलों में बच्चों ने बिस्कुट खा लिए। जबकि, कई शिक्षकों ने बिस्कुट के पैकेट नहीं बांटा। शिक्षकों ने अधिकारियों से मामले की शिकायत की है।
स्वयंसेवी संस्था कर रही है एमडीएम का वितरण
नगर के कई स्कूलों में एमडीएम का वितरण स्वयंसेवी संस्था द्वारा कराया जा रहा है। इन स्कूलों में एमडीएम वितरण में लापरवाही पिछले कई दिनों से सामने आ रही है। सोमवार को स्कूलों में रोटी सब्जी आनी थी, लेकिन संस्था ने पांच-पांच रुपये वाला बिस्कुट का एक-एक पैकेट एवं अमरूद भिजवा कर औपचारिकता पूरी कर ली। फल के नाम पर जो अमरूद भेजे गए, उसे देखकर शिक्षक चौंक गए। अमरूद कई दिन पुराने थे। जो वितरित नहीं किए।
इसके अलावा जब शिक्षकों ने बिस्कुट के पैकेट पर एक्सपायरी डेट देखी तो चौंक गए। कई बिस्कुट के पैकेट अक्टूबर 2021 में पैक्ड हुए थे एवं छह माह की एक्सपायरी तिथि के अनुसार अप्रैल 2022 में ही एक्सपायर हो गए थे। शिक्षकों ने ग्रुप पर जब इसकी जानकारी दी तो नगर शिक्षाधिकारी ने भी लिखित में शिकायत मंगाते हुए संस्था के खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति कर दी है। हालांकि कुछ स्कूलों में पहुंचे बिस्कुट एक्सपायर नहीं थे।
रोटी सब्जी का होना था वितरण-बीएसए
बीएसए आशीष पांडेय ने कहा कि आज स्कूलों में एक्सपायर बिस्कुट बंटने एवं खराब अमरूद आने की जानकारी हुई है। जबकि स्कूल में रोटी सब्जी का वितरण होना था। संस्था द्वारा लगातार खराब गुणवत्ता की सप्लाई एवं मनमानी की रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेजते हुए कार्रवाई की संस्तुति की है।
खाद्य सुरक्षा एवं औषधि विभाग अधिकारी डॉ. सुधीर कुमार ने कहा कि हम स्कूलों में जांच कराएंगे कि कहां पर एक्सपायर बिस्कुट वितरित किए गए हैं। इनके सैंपल लेकर संबंधित एनजीओ के खिलाफ कार्रवाई करेंगे।
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