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कासगंज। अब पुलिस अपराधियों के फोटो के साथ साथ फिंगर प्रिंट भी संग्रहित करेगी। ऐसे में यदि कोई अपराधी फिर से अपराध करता है तो उसकी अपराध कुंडली को आसानी से खोला जा सकेगा। अब बार-बार अपराध करने वाले अपराधियों को आसानी से पकड़ा जा सकेगा। एएसपी ने थाना प्रभारियों को अपराधियों के फिंगर प्रिंट संग्रहित करने के लिए आदेश दिए हैं। इसके लिए पुलिस की टीम को प्रशिक्षण भी दिया गया है।
अपराधियों की धरपकड़ में और अपराध के सबूत जुटाने में फिंगर प्रिंट पुलिस के लिए काफी मददगार होते हैं। अब जो अपराधी बार-बार अपराध करते हैं उनकी पहचान आसानी हो जाएगी। इसके लिए पुलिस गिरफ्तार किए गए अपराधी को न्यायालय में पेश करने से पहले एसपी कार्यालय ले जाकर उसके फोटो के साथ उसके फिंगर प्रिंट भी संग्रहित करेगी। पुलिस विभाग की ओर से यह फिंग्रर प्रिंट ऑनलाइन अपडेट किए जाएंगे। इसके लिए जनपद को फिंगरप्रिंट स्कैनर मिल गया है। पुलिस इन फिंगर प्रिंट को अपराधी ऑपरेशन पहचान एप में जोड़ेंगी। फिंगर प्रिंट लेने वाली पुलिस टीम को प्रशिक्षण दिया जा चुका है। इससे दूसरे जनपदों से आए हुए अपराधियों की पहचान भी आसानी से हो सकेगी।
अपराधी एक अपराध करने के बाद दूसरे जनपदों में या अन्य स्थानों पर नाम बदलकर रहने लगते हैं और वहां अपराध करते हैं। फिंगर प्रिंट संग्रहित होने के बाद अपराधी की यह चलबाजी नहीं चल सकेगी। फिंगर प्रिंट से पुराने नाम व पुराने अपराध की कुंडली पुलिस के सामने खुल जाएगी।
सभी थाना प्रभारियों को पकड़े जा रहे अपराधियों के फिंगर प्रिंट लेने के लिए आदेश दिए गए हैं। फिंगर प्रिंट को ऑनलाइन अपडेट किया जा रहा है। कोई भी थाना प्रभारी फिंगर प्रिंट संग्रहण में लापरवाही बरतेगा तो उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। – जितेंद्र कुमार दुबे, एएसपी कासगंज
विस्तार
कासगंज। अब पुलिस अपराधियों के फोटो के साथ साथ फिंगर प्रिंट भी संग्रहित करेगी। ऐसे में यदि कोई अपराधी फिर से अपराध करता है तो उसकी अपराध कुंडली को आसानी से खोला जा सकेगा। अब बार-बार अपराध करने वाले अपराधियों को आसानी से पकड़ा जा सकेगा। एएसपी ने थाना प्रभारियों को अपराधियों के फिंगर प्रिंट संग्रहित करने के लिए आदेश दिए हैं। इसके लिए पुलिस की टीम को प्रशिक्षण भी दिया गया है।
अपराधियों की धरपकड़ में और अपराध के सबूत जुटाने में फिंगर प्रिंट पुलिस के लिए काफी मददगार होते हैं। अब जो अपराधी बार-बार अपराध करते हैं उनकी पहचान आसानी हो जाएगी। इसके लिए पुलिस गिरफ्तार किए गए अपराधी को न्यायालय में पेश करने से पहले एसपी कार्यालय ले जाकर उसके फोटो के साथ उसके फिंगर प्रिंट भी संग्रहित करेगी। पुलिस विभाग की ओर से यह फिंग्रर प्रिंट ऑनलाइन अपडेट किए जाएंगे। इसके लिए जनपद को फिंगरप्रिंट स्कैनर मिल गया है। पुलिस इन फिंगर प्रिंट को अपराधी ऑपरेशन पहचान एप में जोड़ेंगी। फिंगर प्रिंट लेने वाली पुलिस टीम को प्रशिक्षण दिया जा चुका है। इससे दूसरे जनपदों से आए हुए अपराधियों की पहचान भी आसानी से हो सकेगी।
अपराधी एक अपराध करने के बाद दूसरे जनपदों में या अन्य स्थानों पर नाम बदलकर रहने लगते हैं और वहां अपराध करते हैं। फिंगर प्रिंट संग्रहित होने के बाद अपराधी की यह चलबाजी नहीं चल सकेगी। फिंगर प्रिंट से पुराने नाम व पुराने अपराध की कुंडली पुलिस के सामने खुल जाएगी।
सभी थाना प्रभारियों को पकड़े जा रहे अपराधियों के फिंगर प्रिंट लेने के लिए आदेश दिए गए हैं। फिंगर प्रिंट को ऑनलाइन अपडेट किया जा रहा है। कोई भी थाना प्रभारी फिंगर प्रिंट संग्रहण में लापरवाही बरतेगा तो उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। – जितेंद्र कुमार दुबे, एएसपी कासगंज
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