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राहुल गांधी।
– फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
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लोकसभा चुनाव से पहले आखिरकार उत्तर प्रदेश में सपा और कांग्रेस से सुलह हुई। आगरा की फतेहपुर सीकरी की सीट कांग्रेस के पाले में आई है। सीट भले ही मिली, लेकिन इस सीट पर पंजा बेदम ही रहा है। इस सीट पर अब तक तीन बार लोकसभा के चुनाव हुए। हर बार कांग्रेस और सपा की झोली खाली रही। इस बार दोनों दलों का गठबंधन है। यह भाजपा के लिए चुनौती बन सकता है।
नए परिसीमन के बाद 2009 लोकसभा में फतेहपुर सीकरी सीट अस्तित्व में आई। यहां पहली बार में ही बसपा ने नीला झंडा लहराया। वर्ष 2014 और 2019 लोकसभा में फतेहपुर सीकरी भगवा रंग में रंग गई। आगरा सीट से दो बार सांसद रहे सिने स्टार राजबब्बर फतेहपुर सीकरी लोकसभा से दो बार मैदान में उतरे और दोनों बार हारे। 2019 के लोकसभा चुनाव में तो वे प्रदेश के पार्टी अध्यक्ष भी थे। भाजपा के राजकुमार चाहर ने उन्हें करीब 4.5 लाख से अधिक वोटों से हराया था।
वर्ष 2014 में कांग्रेस-रालोद का गठबंधन था, सीट रालोद के खाते में गई और अमर सिंह चुनावी मैदान में उतरे। प्रचार में सिने स्टारों की झड़ी लगाने पर भी 25 हजार वोटों के नीचे ही सिमट गए और चौथे स्थान पर रहे। अब 2024 में इस सीट से पंजा को जिताने के लिए कांग्रेसी गुणा भाग लगा रहे हैं।
राहुल गांधी की यात्रा से पड़ेगा असर
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय का कहना है कि फतेहपुर सीकरी में सपा के गठबंधन में पार्टी पूरे दम से चुनाव लड़ेगी। इसी 25 को राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा आ रही है। इससे बड़ा असर पड़ेगा। जल्द ही पदाधिकारी फतेहपुर सीकरी में चुनावी रणनीति तय करेंगे।
लोकसभा में कांग्रेस की स्थिति
- 2009: राजबब्बर: 199530- दूसरा स्थान
- 2014: अमर सिंह( रालोद से गठबंधन): 24185-चौथा स्थान
- 2019: राजबब्बर: 172082: दूसरा स्थान
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