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फतेहपुर सीकरी स्मारक
– फोटो : अमर उजाला
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आगरा के फतेहपुर सीकरी स्मारक में बगैर टिकट विदेशी पर्यटकों के प्रवेश का बृहस्पतिवार को वीडियो वायरल हुआ है। इससे पुरातत्व विभाग के अधिकारियों में हड़कंप मचा है। वायरल वीडियो 25 अक्तूबर दोपहर का बताया जा रहा है।
ये है मामला
जानकारी के मुताबिक टूर गाइड नजीम खान दो स्पेनिश पर्यटकों को लेकर सीकरी पहुंचा, जहां दीवाने आम से प्रवेश करने के पश्चात उसने टिकट नहीं खरीदी। जबकि प्रति विदेशी पर्यटक 560 रुपये का टिकट है। वह विदेशी पर्यटकों को लेकर पंचमहल तक पहुंच गया। इसकी जानकारी होने पर पर्यटन विभाग के गाइड आदित्य व अन्य पहुंच गए और पुरातत्व विभाग के सीए को इसकी जानकारी दी। मौके पर पहुंचे सुरक्षाकर्मियों ने टूर गाइड को पकड़ा, तो वह दोबारा टिकट लेने के लिए खिड़की पर पहुंचा।
पुरातत्व अधिकारियों की मिलीभगत का आरोप
गाइड आदित्य व अन्य का आरोप है पुरातत्व अधिकारियों की मिलीभगत से सुरक्षा कंपनी के गार्ड टिकटों की रीसेलिंग और बिना टिकिटों के मुसाफिरों को स्मारकों के अंदर कर देते हैं। आरोप है कि फोन पर शिकायत करने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई। गाइड ने बताया कि वह इसकी शिकायत डीजी पुरातत्व विभाग और पर्यटन मंत्रालय में करेंगे।
कराई जाएगी जांच
वहीं पुरातत्व विभाग के सीए कलंदर बिंद का कहना है कि मामला संज्ञान में आया है, टूर गाइड के पास टिकटें थीं, जिन्हें स्कैन के लिए एएसआई गार्ड को दिया गया था, एएसआई गाइड की चूक से यह घटना हुई है। जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी ।
विस्तार
आगरा के फतेहपुर सीकरी स्मारक में बगैर टिकट विदेशी पर्यटकों के प्रवेश का बृहस्पतिवार को वीडियो वायरल हुआ है। इससे पुरातत्व विभाग के अधिकारियों में हड़कंप मचा है। वायरल वीडियो 25 अक्तूबर दोपहर का बताया जा रहा है।
ये है मामला
जानकारी के मुताबिक टूर गाइड नजीम खान दो स्पेनिश पर्यटकों को लेकर सीकरी पहुंचा, जहां दीवाने आम से प्रवेश करने के पश्चात उसने टिकट नहीं खरीदी। जबकि प्रति विदेशी पर्यटक 560 रुपये का टिकट है। वह विदेशी पर्यटकों को लेकर पंचमहल तक पहुंच गया। इसकी जानकारी होने पर पर्यटन विभाग के गाइड आदित्य व अन्य पहुंच गए और पुरातत्व विभाग के सीए को इसकी जानकारी दी। मौके पर पहुंचे सुरक्षाकर्मियों ने टूर गाइड को पकड़ा, तो वह दोबारा टिकट लेने के लिए खिड़की पर पहुंचा।
पुरातत्व अधिकारियों की मिलीभगत का आरोप
गाइड आदित्य व अन्य का आरोप है पुरातत्व अधिकारियों की मिलीभगत से सुरक्षा कंपनी के गार्ड टिकटों की रीसेलिंग और बिना टिकिटों के मुसाफिरों को स्मारकों के अंदर कर देते हैं। आरोप है कि फोन पर शिकायत करने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई। गाइड ने बताया कि वह इसकी शिकायत डीजी पुरातत्व विभाग और पर्यटन मंत्रालय में करेंगे।
कराई जाएगी जांच
वहीं पुरातत्व विभाग के सीए कलंदर बिंद का कहना है कि मामला संज्ञान में आया है, टूर गाइड के पास टिकटें थीं, जिन्हें स्कैन के लिए एएसआई गार्ड को दिया गया था, एएसआई गाइड की चूक से यह घटना हुई है। जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी ।
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