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दवा
– फोटो : अमर उजाला
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आगरा में नकली दवा बनवाकर बेचने के मामले में हिमाचल प्रदेश में पकड़े गए मोहित बंसल से पुलिस की पूछताछ में कई जानकारियां मिली हैं। वह बिना बिल के भी दवाओं की कालाबाजारी करता था। औषधि विभाग उससे दवाएं खरीदने वाले दवा विक्रेताओं की जानकारी जुटा रहा है। सहायक आयुक्त औषधि अखिलेश जैन ने बताया कि हिमाचल प्रदेश के बद्दी का औषधि विभाग और पुलिस नकली दवाएं बनाने और बेचने वाले गैंग के सरगना कमला नगर निवासी मोहित बंसल से पूछताछ कर रही है।
पूछताछ में उसने बताया है कि वह नामीगिरामी कंपनियों के नाम से बद्दी में ही नकली दवाएं बनवाता था। इन दवाओं को आगरा स्थित अपने मेडिकल स्टोर के अलावा गोदाम से भी बेचता था। वह बिना बिल के दवाओं की बिक्री करता था। मोटा कमीशन मिलने के कारण कई दवा विक्रेता भी इससे दवाएं खरीदते थे। कहां-कहां दवाएं बेचता था, किन-किन जिलों में इनको खपाया जा रहा है। इन सभी की जानकारी जुटाई जा रही है। यहां भी कई दुकानदारों से पूछताछ की है, मोहित बंसल के आगरा रिमांड पर लेने के बाद पुख्ता जानकारी मिलेगी।
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दवाओं की कालाबाजारी नहीं रोक पा रहे अधिकारी
आगरा जिला केमिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष आशू शर्मा का कहना है कि शहर में नकली और नशे की दवाओं की कालाबाजारी हो रही है। औषधि विभाग इस पर अंकुश लगाने में नाकाम है। दूसरे राज्यों में आगरा के दवा माफिया पकड़ में आ रहे हैं, लेकिन यहां कोई भी रैकेट पकड़ा नहीं गया। इससे विभागीय सांठगांठ की आशंका है। मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर एसटीएफ से जांच कराने की मांग करेंगे।
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