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– फोटो : फाइल फोटो
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मथुरा में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों के नाम पर फैक्ट्रियों से वसूली करने वाले विभाग के सेवानिवृत्त कर्मचारी की फैक्टरी संचालक ने जमकर पिटाई कर दी। मामला पुलिस तक जा पहुंचा। थाने में ही केस रफादफा कर दिया गया। मामले का वीडियो वायरल होने पर विभाग में हड़कंप मच गया। अधिकारियों ने कर्मचारी से किसी भी प्रकार से संबंध होने से हाथ खींच लिए हैं।
पुलिस को दी सूचना
प्रदूषण विभाग फैक्ट्रियों में प्रदूषण की जांच के लिए समय-समय पर अभियान चलाता है। दिवाली से दो-तीन दिन पहले प्रदूषण नियंत्रण विभाग से दो वर्ष पूर्व सेवानिवृत्त हो चुके कर्मचारी को गिरधरपुर स्थित एक फैक्टरी में उगाही करते हुए पकड़ लिया गया। फैक्टरी संचालक ने कर्मचारी की पिटाई की और हाइवे थाना पुलिस को सूचित कर दिया। पुलिस मौके पर पहुंच गई और कर्मचारी को थाने ले गई। कर्मचारी की जानकारी जैसे ही साथियों को हुई उन्होंने मामले को रफादफा करा दिया।
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नहीं दिया कोई प्रार्थना पत्र
फैक्टरी संचालक जयराम उर्फ लाला ने बताया कि कर्मचारी उनसे पांच वर्ष से उगाही कर रहा है। उसने कोरोना काल में भी उनको नहीं बख्शा। हाइवे थाना निरीक्षक छोटे लाल ने बताया कि पुलिस कर्मचारी को थाने लाई थी, मामला उगाही का था। बाद में समझौता हो गया। उन्हें कार्रवाई के लिए कोई प्रार्थना पत्र नहीं दिया गया। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी डॉ. योगेश कुमार ने बताया कि कर्मचारी दो वर्ष पूर्व विभाग से सेवानिवृत्त हो चुका है, कोई व्यक्ति इस प्रकार का काम करता है तो उसे जेल भेजना चाहिए।
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