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जिला पूर्ति अधिकारी कार्यालय, एटा
– फोटो : अमर उजाला
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ये कोई धर्म या जाति परिवर्तन के मामला नहीं है, बल्कि भ्रष्टाचार में लिपटा पूर्ति विभाग का खेल है। एटा जिले में कई लोगों के राशन कार्ड में गलत नाम दर्ज हैं, जिससे राशनकार्ड धारक भी परेशान हैं। किसी के राशन कार्ड में मुस्लिम सदस्य का नाम दर्ज है तो किसी में जाति ही बदल दी।
हिंदू परिवारों के राशन कार्ड में मुस्लिम सदस्य तो पिछड़ी जाति वालों के परिवार में एससी (अनुसूचित जाति) के नाम जोड़कर राशन हजम किया जा रहा है। सभी ब्लॉकों में इस तरह के कारनामे को अंजाम दिया जा रहा है। इससे राशन डीलर मोटी मात्रा में राशन बचा लेते हैं। इसकी बाद में कालाबाजारी कर दी जाती है। तमाम मामले विभाग की जानकारी में हैं, फिर भी कार्रवाई नहीं की जाती है।
केस: 1
जलेसर ब्लॉक क्षेत्र की ग्राम पंचायत चिरगवां में रेखा देवी के कार्ड में कुल आठ सदस्य दर्ज हैं। इसमें सात हिंदू और एक नाम जैनुल आबेदीन का जुड़ा है। इसके पिता मोहम्मद आरिफ लिखे गए हैं। जैनुल को रेखा देवी का भतीजा बताया गया है। जबकि रेखा देवी का कहना है कि वह जैनुल को जानती तक नहीं है।
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