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मौके का मुआयना करती पुलिस टीम व मौजूद लोग
– फोटो : अमर उजाला
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उत्तर प्रदेश के एटा जिले में गो-तस्करों ने बीती रात गोशाला में घुसकर गोकशी की वारदात को अंजाम दिया। लोगों को जानकारी हुई तो बड़ी संख्या में हुजूम उमड़ पड़ा। घटना को लेकर लोगों में आक्रोश है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने लोगों को समझाकर शांत किया। गोवंशों के अवशेषों को गड्ढा खुदवाकर जमीन में दबवाया।
मामला कोतवाली देहात क्षेत्र के मनसुखपुर गांव स्थित गौशाला की है। यहां बीती रात गो-तस्करों ने 10 से अधिक गोवंशों की हत्या की। मांस लेकर फरार हो गए। जबकि अवशेष वहीं छोड़ गए। इसी समय लखमीपुर गांव निवासी ह्रदेश कुमार, इनका बेटा शिवम और गांव का ही गौरव उधर से निकल रहे थे। इन्होंने तस्करी का विरोध किया। इस पर आरोपियों ने इन पर हमला बोल दिया। इन्हें जमकर पीटा। इसके बाद बंधक बनाकर गोशाला में फेंक गए।
घटना से लोगों में खासा आक्रोश
लोगों को जानकारी हुई तो क्षेत्रीय लोग मौके पर पहुंच गए। घटना से लोगों में खासा आक्रोश है। सूचना पर भारी संख्या में पुलिस बल भी पहुंच गया। पुलिस ने तीनों घायलों को अस्पताल भेजा। यहां से ह्रदेश और गौरव को गंभीर हालत में आगरा रेफर किया गया है।
एक दिन पहले भी मिले थे छह गोवंशों के अवशेष
पुलिस ने जेसीबी बुलाकर गोवंश के अवशेष को जमीन में दबवाया। इससे पहले सोमवार की रात भी तस्करों ने गोकशी को अंजाम दिया था। आरोपी पवास गांव के पास छह गोवंशों की हत्या कर अवशेष छोड़ गए थे। स्थानीय लोगो दोनों ही घटनाओं को पुलिस के लिए खुली चुनौती के रूप में देख रहे हैं।
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