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रोडवेज बस स्टैंड पर खड़ी बसे । फाइल फोटो
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उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की बसों के चालक परिचालक कई बार आदेश व निर्देशों के बाद भी अपनी मनमानी कर रहे हैं। इसकी शिकायतें मंडलीय अधिकारियों तक पहुंच रही हैं, इनका संज्ञान लिया गया है और अब बाईपास से होकर गुजरने वाली बसों के चालक परिचालकों को वेतन काटने और निवंलन तक की चेतावनी जारी की गई है।
डिपो की एटा-दिल्ली और फर्रुखाबाद रूट पर चलने वाली बसों की शिकायतें सबसे ज्यादा आई हैं। यात्रियों ने आईजीआरएस, टविटर और हेल्पलाइन नंबरों से शिकायतें की गईं हैं। इनमें कहा कि बस चालक मनमानी कर बाईपास से होकर ही बसों को गुजार रहे हैं और रास्तों में उतारकर चले जाते हैं। चालक परिचालकों से कुछ भी कहने पर अभद्रता की जाती है। बस को एटा, सिकंद्राराऊ और अलीगढ़ बाईपास होकर ले जाते हैं, जब कि बस स्टैंड पर पहुंचाने के आदेश हैं।
इन शिकायों का एआरएम ने लिया है और स्पष्ट आदेश जारी किए हैं कि अगर किसी भी बस का चालक परिचालक बाईपास होकर जाता है तो पहली शिकायत पर वेतन से 1000 हजार रुपये की कटौती की जाएगी और अगर दूसरी शिकायत मिलती है तो निलंवित अथवा संविदा समाप्ति की कार्रवाई की जाएगी।
सभी स्टोपेज से यात्री उठाने के निर्देश
परिवहन निगम की बसों के चालक और परिचालकों को सभी स्टोपेज से यात्रियों को उठाने और उतारने के निर्देश दिए गए हैं। ताकि बस स्टेशन और स्टोपेज से यात्रियों को निगम बसों से परिवहन सुविधाएं बेहतर उपलब्ध कराने में सफल हो सके।
राजस्व हांनि के साथ छवि हो रही धूमिल
परिवहन निगम के अधिकारियों का मानना है कि बसों का संचालन यात्रियों की सविधाओं के लिए ही किया जा रहा है। जब यात्रियों को परेशानी होगी और स्टोपेज से नहीं उठाया जाएगा तो राजस्व की भी हानि होगी और निगम की छवि भी धूमिल हो रही है।
ये बोले एआरएम
एआरएम राजेश यादव ने बताया कि परिवहन निगम की बसों के बाईपास से होकर गुजरने की शिकायतें आ रही हैं। इसको लेकर आदेश जारी किए गए हैं। पहली शिकायत पर 1000 रुपये की कटौती और दूसरी पर निलंवन किया जाएगा। इस मामले को गंभीरता से लिया गया है।
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