[ad_1]
फॉगिंग करता कर्मचारी (फाइल फोटो)
– फोटो : अमर उजाला
ख़बर सुनें
विस्तार
एटा जिले में डेंगू का प्रकोप चल रहा है। अब तक 25 डेंगू के मरीज आ चुके है। उच्चाधिकारियों ने निर्देश हैं कि फॉगिंग आदि कराई जाए, लेकिन नगर पालिका में इसके लिए दवा ही नहीं है। पालिका द्वारा कुछ दिन पूर्व स्वास्थ्य विभाग से दवा उधार ली गई थी। उससे फॉगिंग कराई गई। अब दोबारा फिर उधार दवा की मांग की है।
नगर पालिका को निर्देश है कि शहर में मच्छर रोधी दवा मैलाथियॉन से फागिंग कराएं। जिससे शहर में संक्रामक रोग न फैले, लेकिन नगर पालिका के पास फॉगिंग कराने के लिए दवा ही नहीं है। अक्तूबर माह में संचारी रोग चला। इस दौरान पालिका द्वारा दस लीटर मैलाथियॉन स्वास्थ्य विभाग के मलेरिया विभाग से लिया गया। तब जाकर शहर में फॉगिंग हो पाई।
बीते दिनों डीएम की अध्यक्षता में कलक्ट्रेट में बैठक हुई। जहां जिलाधिकारी ने शहर में चिह्नित डेंगू के हॉट स्पॉटों पर साफ-सफाई दुरुस्त रखने के निर्देश दिए। वहीं शहर में लगातार फॉगिंग कराने की बात कही। जिस पर पालिका के अधिकारियों ने स्वास्थ्य विभाग से दवा उधार देने की मांग की गई है। जिससे शहर में फॉगिंग हो सके।
ये भी पढ़ें – Kasganj: दूल्हे ने किया दुल्हन के साथ डांस, पहली पत्नी ने देखा वीडियो, फिर जो हुआ जानकर रह जाएंगे हैरान
ग्रामीण क्षेत्रों के लिए है दवा
प्रभारी जिला मलेरिया अधिकारी लोकमन सिंह ने बताया कि नगर पालिका के अधिकारियों ने अक्तूबर माह में मच्छर रोधी दवा मांगी थी। दस लीटर मैलाथियॉन दवा दी गई थी। वो पालिका द्वारा वापस नहीं की गई। अब और दवा की मांग कर दी गई है। विभाग के पास दवा ग्रामीण क्षेत्रों के लिए है।
स्वास्थ्य विभाग से मांगी गई दवा
नगर पालिका के ईओ एसके गौतम ने बताया कि दवा उपलब्ध न होने पर स्वास्थ्य विभाग से मांगी गई थी। अब हमारे पास भी यह दवा उपलब्ध हो गई है। शहर में फॉगिंग कराई जा रही है।
[ad_2]
Source link