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एटा जिले में मानक दूरी से अधिक चल चुकीं 16 खटारा बसों को नीलाम किया जाएगा। ये बसें मियाद गुजरने के बाद भी अभी तक सड़कों पर दौड़ाई जा रही थीं। इनको रूट से हटाए जाने के बाद डिपो में कुल 88 बसें बची हैं। वहीं अनुबंधित 45 बसें संचालित हैं।
ये है नियम
नियम है कि बस 11 लाख किलोमीटर चल जाए या फिर दस वर्ष का समय पूरा हो जाए तो वो नीलामी की श्रेणी आ जाती है। जिले में 16 बसें 11 लाख किलोमीटर से अधिक चल चुकी हैं। इसके बाद भी इन बसों का संचालन हो रहा था। कहीं भी ये बसें बंद हो जातीं और यात्रियों को असुविधा का सामना करना पड़ता था। अमर उजाला ने समाचारों के माध्यम से इस मुद्दे को उठाया। जिस पर एआरएम ने बसों की नीलामी को लेकर उच्चाधिकारियों को पत्र लिखा। लखनऊ से बसों की नीलामी के लिए स्वीकृति प्रदान कर दी गई है। इन बसों को नीलाम किया जाएगा।
बसों की संख्या कम होने से होगी दिक्कत
डिपो में अभी तक 104 निगम की बसें थी। इन बसों में 50 से 55 बसें दिल्ली मार्ग पर जाती थीं। जबकि अन्य बसों को अलग-अलग मार्गों पर भेजा जाता था। अब 16 बसें कम हो गई हैं। ऐसे में यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ेगा।
नीलामी की मिल गई स्वीकृति
एआरएम राजेश यादव ने बताया कि उच्चाधिकारियों से 16 बसों की नीलामी की स्वीकृति मिल गई है। इन बसों का संचालन बंद कर दिया गया है। डिपो में संचालन के लिए कुल 88 बसें बची हैं। यात्रियों को असुविधा न हो इसका पूरा ध्यान रखा जाएगा।
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