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ग्रामीणों ने चंदा लगाकर बनवाया ट्रांसफॉर्मर
– फोटो : अमर उजाला
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जिले के जैथरा ब्लॉक क्षेत्र के खेतूपुरा गांव में अक्टूबर माह में ट्रांसफार्मर फुंक गए थे। ग्रामीणों ने निगम के अधिकारियों से ट्रांसफार्मर बदलवाने की मांग की, लेकिन ट्रांसफार्मर नहीं बदले गए। ढाई महीने बाद भी जब उनकी सुनवाई नहीं हुई तो उन्होंने मजबूरी में चंदा करके 25 केवीए के एक ट्रांसफार्मर की मरम्मत कराई। इससे गांव के कुछ घरों को बिजली मिलने लगी है।
ग्रामीणों ने बताया कि गांव में करीब छह हजार की आबादी है। गांव में लगभग 600 मकान बने हैं। वहीं लगभग 100 से अधिक घरों में बिजली कनेक्शन हैं। गांव में उपभोक्ताओं को विद्युत आपूर्ति देने के लिए एक 25 और दूसरा 63 केवीए का ट्रांसफार्मर रखा हुआ है। दोनों ट्रांसफार्मर अक्टूबर माह में फुंक गए।
ऐसे में गांव के लोगों ने ट्रांसफार्मर बदलवाने के लिए अधिकारियों से कहा। लेकिन, कोई सुनवाई नहीं हुई। इसके बाद नवंबर माह में गांव के लोगों ने फिर संपर्क किया, फिर भी ट्रांसफार्मर नहीं बदला गया। इस पर गांव के लोगों ने आपस में टंदा करके बीस हजार रुपये एकत्र किया। इससे 25 केवीए के ट्रांसफार्मर की मरम्मत कराई। दूसरा ट्रांसफार्मर अभी भी खराब है, लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है। गांव में सिर्फ दुरुस्त हुए ट्रांसफार्मर से 40 घरों को बिजली मिल पा रही है।
सुविधाओं की बात हवा हवाई- ग्रामीण
गांव निवासी विकास ने बताया कि दो महीने से बिजली नहीं मिल रही है। कम वोल्टेज के ट्रांसफार्मर हैं, जो आए दिन फुंक जाते हैं। मोबाइल तक चार्ज नहीं हो पाते हैं। वह इधर-उधर से चार्ज करते हैं। बिजली का बिल तो बराबर लिया जाता है लेकिन सुविधाएं हवा हवाई हैं।
गांव निवासी अवधेश ने बताया कि गांव के सभी लोगों ने चंदा करके ट्रांसफार्मर सही कराया है। फिर भी पूरे गांव की बिजली समस्या दूर नहीं हुई है। समस्या अभी की बरकरार है। अधिकारी सिर्फ वसूली करने आते हैं। सुविधाओं के नाम पर कान में रुई डालकर बैठे रहते हैं।
गंभीर मामला है, कर्मचारियों से बात करेंगे- अधीक्षण अभियंता
अधीक्षण अभियंता राजकुमार ने कहा कि दो माह से ट्रांसफार्मर नहीं बदला गया। यह मामला संज्ञान में नहीं था। यदि गांव के लोगों ने चंदा एकत्र कर ट्रांसफार्मर को दुरुस्त कराया है। गंभीर मामला है। इसे दिखवाया जाएगा। इस संबंध में वहां तैनात कर्मचारियों से बात की जाएगी।
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