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बेटे का हाथ पकड़कर… तो कोई बैसाखी के सहारे पहुंचा नेता चुनने
– फोटो : संवाद
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उत्तर प्रदेश के मथुरा में लोकसभा चुनाव के लिए मतदान जारी है। मतदान के लिए युवाओं से लेकर बुजुर्ग, बीमार और दिव्यांगजनों में भी मतदान करने को लेकर उत्साह दिखा। हालांकि अभी तक के मतदान में महिलाओं ने कम रुचि दिखाई है। हालांकि कुछ महिलाएं बीमारी के बाद भी वोट डालने पहुंची।
बीएसए कॉलेज में डॉक्टर शशि शेखर बीमार पत्नी हीरा देवी को बाइक पर बैठकर पति वोट डलवाने पहुंचे। दंपति को मतदान केंद्र के अंदर बाइक पर देखकर लोगों की नजर उन पर ठहर गई। पूछने पर पता चला कि महिला का दो दिन पहले ऑपरेशन हुआ है। डॉक्टर ने आराम करने की सलाह दी है। इसके बाद भी लोकतंत्र के पर्व में अपनी भागीदारी निभाने के लिए हीरा देवी पति के साथ मतदान केंद्र पहुंची।
उन्होंने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। हीरा देवी ने बताया कि उन्हें काफी तकलीफ है। लेकिन, अपने प्रत्याशी को जिताकर सरकार के गठन में अपना योगदान करना था। इसलिए वह इस हालत में भी वोट डालने आई हैं। उनके पति डॉक्टर शशि शेखर ने बताया कि पत्नी का गाल ब्लेडर का ऑपरेशन हुआ है। इसलिए वह पत्नी को बाइक पर बैठाकर वोट डलवाने के लिए लेकर आए हैं।
बैसाखी के सहारे वोट डालने पहुंचा जावेद
दरेसी स्थित इस्लामिया इंटर कॉलेज मुस्लिम मतदाताओं की भीड़ नजर आई। काफी संख्या में मुस्लिम महिलाएं और पुरुष यहां वोट डालने पहुंचे। इन्हीं के बीच जावेद बैसाखी के सहारे एक पैर पर वोट डालने पहुंचा। जावेद को उसका भाई साइकिल पर बैठाकर केंद्र तक लाया था। इसके बाद वह बैसाखी के सहारे मतदान केंद्र के अंदर पहुंचा। अपने पसंद के प्रत्याशी के पक्ष में मतदान किया। जावेद ने बताया कि उसने राष्ट्रहित को देखते हुए अपने मताधिकार का प्रयोग किया है।
85 वर्षीय भगवान देवी ने किया मताधिकार का प्रयोग
जीवन के 80 बसंत पार कर चुकी भगवान देवी बेटे का हाथ पकड़कर वोट डालने पहुंची। उम्र ज्यादा होने की वजह से कुछ कदम चलने पर वह थक जाती थीं। फिर बैठकर आराम करती और फिर मतदान केंद्र की तरफ उनके कदम बढ़ जाते। भगवान देवी ने बताया की तबीयत सही नहीं है। फिर भी वह वोट डालने के लिए आई हैं। उन्होंने सभी से अपील की है कि अपने मताधिकार का प्रयोग जरूर करें। लोकतंत्र के पर्व में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें।
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