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मैनपुरी। ज्योंति तिराहा के पास करंट लगने से हुए हादसे में सुनीता का सात वर्षीय पुत्र हमेशा के लिए उसे छोड़ कर चला गया। रिश्तेदारों ने बताया कि शराबी पति से पीछा छुड़ाकर वह शहर में तीन बच्चों को लेकर आई थी। मेहनत मजदूरी कर उनका भरण पोषण कर रही है, लेकिन किस्मत ने उसका बेटा छीन लिया। घटना के बाद सुनीता का रो-रोकर बुरा हाल है।
औंछा क्षेत्र के गांव पारी का नगला निवासी लंकुश शराब पीने का आदी है, वह कोई काम धाम भी नहीं करता था, जिस वजह से दो बेटे सात वर्षीय पवन और छह वर्षीय अपिन व एक पुत्री राखी की जिम्मेदारी सुनीता ही मेहनत मजदूरी कर उठाती आ रही थी। पति की हरकतों से तंग आकर करीब एक माह पहले सुनीता तीनों बच्चों को लेकर शहर के राजीव गांधी नगर अपनी एक रिश्तेदार के पास आई और किराए पर रहने लगी। वह शादी आदि कार्यक्रम में पूड़ी बेलने के अलावा मेहनत मजदूरी कर तीनों बच्चों का भरण पोषण करने लगी। लेकिन किस्मत को शायद कुछ और ही मंजूर था, बुधवार की सुबह करंट लगने से हुए हादसे ने पुत्र पवन की सांसे छीन लीं। बेटे की असमय मौत से दुखी सुनीता का रो-रोकर बुरा हाल है, वहीं राखी भी भाई की मौत से बेहद दुखी नजर आई।
महिलाओं और पुलिस में हुई नोकझोंक
ज्योंति तिराहा के पास जाम लगाए लोगों को पुलिस ने जबरदस्ती हटाना चाहा तो महिलाएं उग्र हो गईं। पुलिसकर्मियों के सामने लाठी लेकर आ गईं और विरोध करने लगीं। पुलिस द्वारा मार्ग से निकाले जा रहे वाहनों को भी रोक दिया। इस दौरान पुलिस व महिलाओं के बीच काफी देर तक नोकझोंक भी होती रही, सीओ के आने के बाद स्थिति सामान्य हो सकी।
एसडीओ ने किया घटनास्थल का निरीक्षण
ज्योंति तिराहा के पास करंट लगने से हुए हादसे के बाद एसडीएम पदम गर्ग ने टीम के साथ मौका मुआयना किया। इस दौरान वहां पास में कोई विद्युत पोल लगा नहीं पाया गया, एसडीओ ने बताया कि मेडिकल की दुकान का विद्युत संयोजन है, जिसका मीटर बाहर लगा हुआ है। उपभोक्ता की पर्सनल केबल दुकान के आगे लगे टीन शेड से होकर गई है, जो की कई जगह क्षतिग्रस्त पाई गई। उसे समय से ठीक नहीं कराया गया। बरसात की वजह से फाल्ट होने पर टीनशेड के सपोर्ट में लगे पाइप में करंट प्रवाहित होने से हादसा हुआ है।
विस्तार
मैनपुरी। ज्योंति तिराहा के पास करंट लगने से हुए हादसे में सुनीता का सात वर्षीय पुत्र हमेशा के लिए उसे छोड़ कर चला गया। रिश्तेदारों ने बताया कि शराबी पति से पीछा छुड़ाकर वह शहर में तीन बच्चों को लेकर आई थी। मेहनत मजदूरी कर उनका भरण पोषण कर रही है, लेकिन किस्मत ने उसका बेटा छीन लिया। घटना के बाद सुनीता का रो-रोकर बुरा हाल है।
औंछा क्षेत्र के गांव पारी का नगला निवासी लंकुश शराब पीने का आदी है, वह कोई काम धाम भी नहीं करता था, जिस वजह से दो बेटे सात वर्षीय पवन और छह वर्षीय अपिन व एक पुत्री राखी की जिम्मेदारी सुनीता ही मेहनत मजदूरी कर उठाती आ रही थी। पति की हरकतों से तंग आकर करीब एक माह पहले सुनीता तीनों बच्चों को लेकर शहर के राजीव गांधी नगर अपनी एक रिश्तेदार के पास आई और किराए पर रहने लगी। वह शादी आदि कार्यक्रम में पूड़ी बेलने के अलावा मेहनत मजदूरी कर तीनों बच्चों का भरण पोषण करने लगी। लेकिन किस्मत को शायद कुछ और ही मंजूर था, बुधवार की सुबह करंट लगने से हुए हादसे ने पुत्र पवन की सांसे छीन लीं। बेटे की असमय मौत से दुखी सुनीता का रो-रोकर बुरा हाल है, वहीं राखी भी भाई की मौत से बेहद दुखी नजर आई।
महिलाओं और पुलिस में हुई नोकझोंक
ज्योंति तिराहा के पास जाम लगाए लोगों को पुलिस ने जबरदस्ती हटाना चाहा तो महिलाएं उग्र हो गईं। पुलिसकर्मियों के सामने लाठी लेकर आ गईं और विरोध करने लगीं। पुलिस द्वारा मार्ग से निकाले जा रहे वाहनों को भी रोक दिया। इस दौरान पुलिस व महिलाओं के बीच काफी देर तक नोकझोंक भी होती रही, सीओ के आने के बाद स्थिति सामान्य हो सकी।
एसडीओ ने किया घटनास्थल का निरीक्षण
ज्योंति तिराहा के पास करंट लगने से हुए हादसे के बाद एसडीएम पदम गर्ग ने टीम के साथ मौका मुआयना किया। इस दौरान वहां पास में कोई विद्युत पोल लगा नहीं पाया गया, एसडीओ ने बताया कि मेडिकल की दुकान का विद्युत संयोजन है, जिसका मीटर बाहर लगा हुआ है। उपभोक्ता की पर्सनल केबल दुकान के आगे लगे टीन शेड से होकर गई है, जो की कई जगह क्षतिग्रस्त पाई गई। उसे समय से ठीक नहीं कराया गया। बरसात की वजह से फाल्ट होने पर टीनशेड के सपोर्ट में लगे पाइप में करंट प्रवाहित होने से हादसा हुआ है।
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