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हीरों से जड़ित स्वर्ण रजत सिंहासन
– फोटो : अमर उजाला
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मथुरा के बरसाना में हीरे और सोने-चांदी से सिंहासन बुधवार दोपहर राधारानी मंदिर में पहुंच गया। बृहस्पतिवार की सुबह राधारानी ने इस सिंहासन पर विराजमान होकर भक्तों को दर्शन दिए। इस सिंहासन को दिल्ली के श्री ब्रज हरि संकीर्तन मंडल के बब्बू भैया ने भेंट किया है। हीरों से जड़ित इस सिंघासन में 55 किलो चांदी और पांच किलो सोने का प्रयोग किया गया है।
संकीर्तन मंडल के सदस्य बृज बिहारी शर्मा ने बताया कि बब्बू भैया 52 वर्षों से बिना रुपये लिए घरों में भजन कीर्तन का गायन कर रहे हैं। श्रीजी (राधारानी) की प्रेरणा से हीरों से जड़ित स्वर्ण-रजत सिंहासन बनवाने का निर्णय लिया गया। सिंहासन को बनवाने के लिए प्रस्ताव बब्बू भैया ने संकीर्तन मंडल के समक्ष रखा तो सभी ने इसे बनवाने का निर्णय लिया। सिंहासन बनाने में करीब छह करोड़ रुपये की लागत आई है।
लोगों से चंदा एकत्र कर इसे बनवाया गया है। इसमें 10 लाख के हीरे जड़े हैं। सिंहासन का निर्माण कराकर राधारानी के चरणों में बुधवार दोपहर समर्पित किया गया। बृहस्पतिवार को राधारानी ने नव निर्मित सिंहासन में विराजमान होकर भक्तों पर कृपा बरसाई। इस दौरान मंदिर को भव्य फूल बंगला भी सजाया जाएगा। राधारानी के विराजमान होने की खुशी में मंदिर परिसर के भंडारे का आयोजन दो दिन किया जाएगा।
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