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खून लेने आई तीमारदार को गार्ड ने रोका
उप मुख्यमंत्री का काफिला आने से चंद मिनट पहले गार्ड ने तीमारदार महिला को रोक दिया। रोते हुए महिला ने बताया कि उसके बेटे को खून की जरूरत है। ब्लड बैंक में बिना डोनर के खून नहीं दे रहे थे। इस पर चिकित्सक ने बड़े साहब से हस्ताक्षर करवाने के लिए कहा है। गार्ड ने कहा कि अभी साहब आने वाले हैं, तब तक एक किनारे खडे़ रहो। महिला देर तक रोती रही। कुछ देर बात लौट गई।
दिसंबर तक निर्माण, जनवरी से मिलेगा उपचार
200 करोड़ रुपये से बन रही सुपर स्पेशियलिटी सेंटर का निरीक्षण करने के बाद उप मुख्यमंत्री ने कहा कि दिसंबर तक इसका निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा और जनवरी से इसमें गंभीर रोगों का उपचार मिलना शुरू हो जाएगा। सभी की अलग-अलग ओपीडी लगेंगी। चिकित्सकीय स्टाफ की भी नियुक्ति हो रही है। मरीजों को गंभीर रोगों के लिए दिल्ली, जयपुर, लखनऊ के लिए चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे।
एक घंटे तक मरीज को रोका, प्राचार्य ने कराया एक्सरे
उप मुख्यमंत्री के आने से पहले मरीज और तीमारदार को बाहर आने से रोक दिया। ऐसे में घड़ी वाली इमारत में भर्ती मरीज का एक्सरे कराने के लिए शकुंतला स्ट्रेचर पर लेकर उन्हें आईं। वहां गार्ड ने रोक दिया। करीब घंटे भर वहीं खड़ी रहीं। प्राचार्य को इसकी जानकारी हुई तो स्टाफ को फटकार लगाई और कहा कि विभाग में ही एक्सरे हो जाएगा। उन्हें भेजकर एक्सरे करवाया।
स्ट्रेचर और वार्ड बॉय नहीं मिला
सिकंदरा राऊ निवासी हरिओम अपने भाई मयंक को आग से झुलसे हालत में लेकर एसएन मेडिकल कॉलेज आए थे। सर्जरी विभाग में शिफ्ट करने के लिए कोई नहीं था। हरिओम का आरोप है कि स्ट्रेचर नहीं मिला और वार्ड बॉय नहीं था। पूछने पर बताया कि उप मुख्यमंत्री आए हैं, सभी वहां पर हैं। ऐसा ही दूसरा मामला सिरसागंज के विद्याराम का है, ये मरीज को भर्ती कराने के लिए आए, लेकिन वार्ड बॉय नहीं मिला। ऐसे में खुद ही मरीज को स्ट्रेचर पर ले जाकर भर्ती कराया।
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