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आगरा जिले में डेंगू की दस्तक हो चुकी है। एक मरीज में डेंगू पुष्टि हो चुकी है। डेंगू और मलेरिया के खतरे को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने सतर्कता बढ़ा दी है। लोगों को खुद भी जागरूक होने की जरूरत है। सतर्कता ही बचाव है।
जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. नीरज कुमार ने बताया कि 27 अगस्त को खेरागढ़ के गांव बुरहेरा में एक मरीज में डेंगू की पुष्टि हुई थी। एसएन मेडिकल कॉलेज में मरीज की जांच कराई गई थी। मरीज ठीक है। उसे भर्ती करने की नौबत नहीं आई। गांव में विभाग की टीम ने चौकसी बढ़ा दी है। किसी और मरीज में डेंगू की पुष्टि नहीं हुई है। वहीं, खेरिया मोड़ के राधे वाले गली में एक मरीज को मार्च 2022 में मलेरिया की पुष्टि हुई थी। इसके बाद मलेरिया का कोई मरीज सामने नहीं आया है। इस मौसम में डेंगू और मलेरिया का खतरा रहता है, उसके दृष्टिगत विभाग ने पूरी तैयारी कर रखी है।
ब्लॉक से लेकर जिले स्तर पर की गई है तैयारी
मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. अरुण कुमार श्रीवास्तव के मुताबिक डेंगू व मलेरिया न फैले इसकी पूरी तैयारी की गई है। वहीं, मरीजों के आने पर उनको भर्ती किए जाने के भी इंतजाम किए गए हैं। जिला अस्पताल में 10 बेड सुरक्षित कर दिया गया है। प्रत्येक ब्लॉक के सीएचसी पर दो-दो बेड की व्यवस्था की गई है। जरूरत पर संख्या बढ़ाई जा सकती है। प्रत्येक ब्लाक पर रैपिड रिस्पांस टीम (आरआरटी) को भी सक्रिय कर दिया गया है। कोई सूचना मिलने पर तत्काल इलाज की व्यवस्था सुनिश्चित कराएगी।
इन बातों का ध्यान रखने की जरूरत
– साफ पानी में मच्छर का लार्वा विकसित न होने पाए।
– कूलर का पानी हर पांच दिन में बदलते रहें।
– अब उमस का मौसम है, बिना पानी के कूलर चलाएं तो बेहतर होगा।
– मच्छर काटने न पाए इसके लिए पूरी आस्तीन के कपड़े पहनें।
– सोते समय मच्छरदानी का इस्तेमाल करें।
– सभी खिड़की, दरवाजे आदि पर जाली लगाएं।
– छत पर कबाड़ आदि में पानी न भरने पाए।
– आसपास पानी एकत्रित न होने दें, साफ-सफाई का ध्यान रखें।
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