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कासगंज। जिला अस्पताल में सोमवार को बुखार से पीड़ित दो मरीज जांच में डेेेंगू संक्रमित मिले। यहां 1305 मरीजों का इलाज किया गया। संख्या अधिक होेने के कारण मरीजों को परामर्श और दवा लेने के लिए काफी देर तक इंतजार करना पड़ा।
सोमवार को सुबह से ही जिला अस्पताल में मरीजों की कतारें लग शुरू हो गईं। पर्चा बनवाने के बाद मरीज चिकित्सकों के कक्ष की ओर पहुंचे। अस्पताल पर हड्डी रोग, नेत्र रोग, फिजीशियन, दंत रोग, बाल रोग विशेषज्ञ, महिला चिकित्सक के कक्ष के आगे भी भीड़ देखी गई। अस्पताल में पहुंचने वाले मरीजों में 165 मरीज बुखार से पीड़ित मिले। तीन की हालत गंभीर देखते हुए भर्ती कर लिया गया। भर्ती किए गए मरीजों की लक्षण के आधार डेंगू की जांच कराई गई। जांच में आयुष निवासी किसरोली,, मुकेश निवासी तैयवपुर कमालपर में डेेंगू की पुष्टि हो गई। दोनों को डेेंगू वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया। इसके अलावा 45 मरीज डायरिया, 49 मरीज सांस की बीमारी से ग्रसित होकर अस्पताल पहुंचे।
ईएनटी चिकित्सक न होने से दिव्यांग प्रमाणपत्र बनवाने में हुई दिक्कत
जिला अस्पताल पर सोमवार का दिन दिव्यांग प्रमाणपत्र बनाने के लिए निर्धारित है। बड़ी संख्या में लोग प्रमाणपत्र बनवाने के लिए पहुंचे। पैनल में अस्थिरोग, नेत्ररोग एवं ईएनटी चिकित्सक रहते हैं। ईएनटी चिकित्सक न होने से दिव्यांगों को दिक्क्तों का सामना करना पड़ा। उनको रिपोर्ट लगवाने के लिए एटा, अलीगढ़ के अस्पतालों के लिए बोल दिया गया।
तीन दिन से बुखार आ रहा है। इलाज कराने के लिए अस्पताल पर आया तो भर्ती कर लिया गया।- कुलदीप, तैयवपुर कमालपुर
अपने दो साल के बेटे को दिखाने आया हूं। काफी लंबी लाइन लगी होने के कारण ढाई घंटे से अधिक समय तक इंतजार करने के बाद परामर्श मिल सका। – अजय, किशोरपुर
जिला अस्पताल पर बड़ी संख्या में मरीज इलाज कराने के लिए पहुंचे। दो बुखार पीड़ित मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है। – डॉ. कृष्ण अवतार, प्रभारी सीएमएस
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कासगंज। जिला अस्पताल में सोमवार को बुखार से पीड़ित दो मरीज जांच में डेेेंगू संक्रमित मिले। यहां 1305 मरीजों का इलाज किया गया। संख्या अधिक होेने के कारण मरीजों को परामर्श और दवा लेने के लिए काफी देर तक इंतजार करना पड़ा।
सोमवार को सुबह से ही जिला अस्पताल में मरीजों की कतारें लग शुरू हो गईं। पर्चा बनवाने के बाद मरीज चिकित्सकों के कक्ष की ओर पहुंचे। अस्पताल पर हड्डी रोग, नेत्र रोग, फिजीशियन, दंत रोग, बाल रोग विशेषज्ञ, महिला चिकित्सक के कक्ष के आगे भी भीड़ देखी गई। अस्पताल में पहुंचने वाले मरीजों में 165 मरीज बुखार से पीड़ित मिले। तीन की हालत गंभीर देखते हुए भर्ती कर लिया गया। भर्ती किए गए मरीजों की लक्षण के आधार डेंगू की जांच कराई गई। जांच में आयुष निवासी किसरोली,, मुकेश निवासी तैयवपुर कमालपर में डेेंगू की पुष्टि हो गई। दोनों को डेेंगू वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया। इसके अलावा 45 मरीज डायरिया, 49 मरीज सांस की बीमारी से ग्रसित होकर अस्पताल पहुंचे।
ईएनटी चिकित्सक न होने से दिव्यांग प्रमाणपत्र बनवाने में हुई दिक्कत
जिला अस्पताल पर सोमवार का दिन दिव्यांग प्रमाणपत्र बनाने के लिए निर्धारित है। बड़ी संख्या में लोग प्रमाणपत्र बनवाने के लिए पहुंचे। पैनल में अस्थिरोग, नेत्ररोग एवं ईएनटी चिकित्सक रहते हैं। ईएनटी चिकित्सक न होने से दिव्यांगों को दिक्क्तों का सामना करना पड़ा। उनको रिपोर्ट लगवाने के लिए एटा, अलीगढ़ के अस्पतालों के लिए बोल दिया गया।
तीन दिन से बुखार आ रहा है। इलाज कराने के लिए अस्पताल पर आया तो भर्ती कर लिया गया।- कुलदीप, तैयवपुर कमालपुर
अपने दो साल के बेटे को दिखाने आया हूं। काफी लंबी लाइन लगी होने के कारण ढाई घंटे से अधिक समय तक इंतजार करने के बाद परामर्श मिल सका। – अजय, किशोरपुर
जिला अस्पताल पर बड़ी संख्या में मरीज इलाज कराने के लिए पहुंचे। दो बुखार पीड़ित मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है। – डॉ. कृष्ण अवतार, प्रभारी सीएमएस
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