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By: Inextlive | Updated Date: Sat, 09 Mar 2024 00:06:41 (IST)
ताज के सामने डमरू बजाकर नृत्य किया गया. आरती उतारी गई. मेहताब बाग की सुरक्षा में तैनात कर्मचारियों को इसकी भनक तक नहीं लगी. मामला सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो जिम्मेदार हरकत में आए. जांच कराने की बात कही.
आगरा(ब्यूरो)। अखिल भारत हिन्दू महासभा के पदाधिकारी सुबह सवा आठ बजे मेहताब बाग पहुंच गए। शुक्रवार को नमाज के कारण ताजमहल बंद था। महिला दिवस होने से मेहताब बाग में एंट्री फ्री थी। महासभा के मंडल उपाध्यक्ष वृंदावन के रहने वाले पवन बाबा के बैग को कर्मचारियों ने अंदर नहीं जाने दिया। पवन बैग अपने साथियों को सौंपकर अंदर चले गए। उनके अंदर पहुंचने पर साथियों ने दूसरी तरफ से बैग अंदर फेंक दिया। वे बैग में कपूर, गंगाजल, त्रिशूल, डमरू रखकर ले गए थे। मेहताब बाग में ताजमहल की तरफ पहुंचकर पवन बाबा ने अपना कुर्ता उतारा। यमुना किनारा स्थित दक्षिणी दीवार पर खड़े होकर जलाभिषेक किया। त्रिशूल हाथ में लेकर आरती उतारी। डमरू लेकर नृत्य किया। शिव तांडव और शिव चालीसा का पाठ किया। उनके साथियों ने वीडियो बनाकर इसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। वे कपड़े पहनकर मेहताब बाग से बाहर निकले तो कर्मचारियों ने पकड़कर पुलिस को सौंप दिया। इंस्पेक्टर एत्माद्दौला दुर्गेश मिश्रा ने बताया, पवन बाबा ने लिखित में पुलिस को बताया है कि वह सूर्य की पूजा कर रहे थे। इसके बाद उन्हें चेतावनी नोटिस देकर स्वजन को सौंप दिया। अधीक्षण पुरातत्वविद डॉ। राजकुमार पटेल ने बताया कि घटना की जांच कराई जा रही है।
शिवजी ने दर्शन देकर जलाभिषेक के लिए कहा
महासभा के युवा प्रदेश अध्यक्ष ब्रजेश भदौरिया ने कहा कि पवन बाबा को रात में शिवजी दिखाई दिए। उन्होंने जलाभिषेक करने के लिए कहा। इसके बाद वे यहां आए थे। शुक्रवार की साप्ताहिक बंदी के चलते ताजमहल आम पर्यटक के लिए बंद था। इसके चलते मेहताब बाग से पूजा अर्चना की।
जलाभिषेक की अनुमति न मिलने पर आक्रोश
इस मामले में स्थानीय अदालत में प्रार्थना पत्र देने वाले योगी यूथ ब्रिगेड धर्म रक्षा ट्रस्ट के प्रदेश अध्यक्ष अजय तोमर ने एएसअर्क को प्रतिवादी बनाकर महाशिवरात्रि पर दुग्धाभिषेक करने की अनुमति मांगी थी। जिस पर कोर्ट ने 14 मार्च सुनवाई निर्धारित की है। मामले में कुंवर अजय तोमर ने कहा कि हम महाशिवरात्रि पर दुग्धाभिषेक नहीं कर पाए यह हमारे लिए दुख की बात है।
पवन बाबा ने लिखित में पुलिस को बताया है कि वह सूर्य की पूजा कर रहे थे। इसके बाद उन्हें चेतावनी नोटिस देकर परिजनों को सौंप दिया।
दुर्गेश मिश्रा, इंस्पेक्टर एत्माद्दौला
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