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क्रूज (सांकेतिक फोटो)
– फोटो : अमर उजाला
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अब वह वक्त ज्यादा दूर नहीं है जब ब्रज भूमि के दर्शनों के लिए आने वाले श्रद्धालु यमुना में जल परिवहन का आनंद उठा सकेंगे। वृंदावन से गोकुल तक करीब 22 किलोमीटर के दायरे में यह क्रूज चलेंगे। इसके लिए अगले वर्ष अक्तूबर की समय अवधि निर्धारित की गई है। परियोजना पर डीपीआर बनाने का काम शुरू हो गया है।
बुधवार को कलक्ट्रेट सभागार में इनलैंड वॉटर-वे प्रेजेंटेशन किया गया। इसमें वृंदावन से गोकुल तक क्रूज की तर्ज पर स्टीमर संचालन दर्शाया गया। जिसमें ब्रज दर्शन को आने वाले देश-विदेश के श्रद्धालु छोटे क्रूज पर सवार होकर जल मार्ग से प्रमुख मंदिर, तीर्थ स्थलों तक सुगमता के साथ यात्रा कर सकेंगे। अगले वर्ष अक्तूबर तक वृंदावन से मथुरा होते हुए गोकुल तक यमुना जी में यात्रियों को इसका आनंद मिलने लगेगा।
उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद के दिशा निर्देश में वाप्कोस लि. कंपनी ने यमुना में ट्रैफिक संचालन के लिए प्रोजेक्ट के तहत डीपीआर बनाने का काम शुरू कर दिया है। उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद के मुख्य कार्यपालक अधिकारी नगेंद्र प्रताप ने बताया कि अगले वर्ष अक्तूबर में यमुना में क्रूज स्टीमर का संचालन प्रारंभ हो जाएगा। सौ-सौ यात्रियों की क्षमता वाले दो बड़े क्रूज भारत सरकार उपलब्ध कराएगी। अन्य स्टीमर पीपीपी मोड व्यवस्था के अनुसार संचालित होंगे।
यहां से बैठेंगे यात्री
वृंदावन के जुगल घाट, केसी घाट, देवरहा बाबा घाट, पानी गांव मोड़, मथुरा में कंस किला, विश्राम घाट, ध्रुव घाट, नए पुल और गोकुल बैराज, वासुदेव वाटिका, गोकुल।
बैठक में ये रहे मौजूद
बैठक में जिलाधिकारी पुलकित खरे, नगर आयुक्त अनुनय झा, अपर नगर आयुक्त क्रांति शेखर, नगर मजिस्ट्रेट सौरभ दुबे, ब्रज तीर्थ विकास परिषद् के डिप्टी सीईओ पंकज वर्मा के अलावा एमएलसी ठा.ओमप्रकाश सिंह, सांसद प्रतिनिधि जनार्दन शर्मा, गोपेश्वर नाथ चतुर्वेदी, राकेश तिवारी, संजय दीक्षित आदि मौजूद रहे।
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