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डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय
– फोटो : अमर उजाला
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आगरा के डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय में स्मार्ट क्लास के नाम पर 3.5 करोड़ रुपये से अधिक खर्च कर दिए गए, फिर भी इनकी दशा नहीं सुधरी। इनके लिए उपकरणों की खरीद के लिए राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान (रूसा) के तहत बजट भी मिल गया। इसमें खेल करते हुए 68 स्मार्ट क्लास तैयार होकर पूरा भुगतान दिखा दिया है। एसटीएफ ने इनके बिल और भुगतान की भी जानकारी की है।
विश्वविद्यालय के विभिन्न संकाय में छात्रों को स्तरीय पढ़ाई के लिए 68 स्मार्ट क्लास का प्रस्ताव मंजूर हुआ। इसमें रूसा के तहत दो बार में बजट खर्च किया। पहली किस्त के तौर पर 1,08,50,250 रुपये 2019 और 2020 और 2021 में खर्च दिखाए। इसमें 36,16,750 रुपये तीन बार में भुगतान दिखाए हैं। इसके बाद रिनोवेशन के लिए जुलाई 2021 में 2.5 करोड़ रुपये का खर्च दिखाया है।
रूसा से मिले बजट का स्मार्ट क्लास के नाम पर बंदरबांट हुआ। प्रो. पाठक के मामले में जांच शुरू होने के बाद एसटीएफ भ्रष्टाचार और धांधली की ऐसी तमाम शिकायतों की जांच कर रही है। एसटीएफ ने इनके बिल, बजट और भुगतान के रिकार्ड जुटाने के साथ भौतिक रूप से सत्यापन भी किया है। इसके प्रभारी से भी पूछताछ की जा चुकी है।
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