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– फोटो : istock
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उत्तर प्रदेश के आगरा में साइबर अपराधी एटीएम में ठगी करने के लिए नए-नए तरीके अपना रहे हैं। पहले मदद के बहाने से डेबिट कार्ड बदलकर ठगी करते थे। अब केबिनों में कस्टमर केयर की जगह अपना नंबर लिख देते हैं। लोग मशीन में कार्ड फंसने पर जब नंबर पर कॉल करते हैं, तो अपराधी उनसे पूरी जानकारी ले लेते हैं। इसके बाद खाते से रुपये साफ कर देते है। दो दिन पूर्व भी इस तरीके से एक एचआर को ठगी का शिकार बनाया था। वहीं सोमवार को चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी (रसोईया) को ठगी की। पीड़ित ने न्यू आगरा थाने में शिकायत दर्ज कराई है।
न्यू आगरा के जज कंपाउंड निवासी भूपेंद्र कुमार चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी (रसोईया) हैं। उन्होंने बताया कि सोमवार को दोपहर 1 बजे दयालबाग रोड स्थित पंजाब नेशनल बैंक के एटीएम में रुपये निकालने के लिए पहुंचे थे। रुपये निकालने के लिए डेबिट कार्ड मशीन में लगाया। पिन नंबर डालकर रुपये भी निकल आए। कार्ड मशीन में ही फंस गया। इस उन्होंने एटीएम के पास से दुकानदार को बताया कि मशीन में कार्ड फंस गया। उसने एटीएम में लिखे कस्टमर केयर नंबर पर बात करने के बोल दिया। केबिन के अंदर लिखे नंबर पर फोन किया।
फोन उठाने वाले ने कहा कि आप परेशान ना हो कार्ड 2 मिनट में बाहर आ जाएगा। पहले उसने उनसे पिन नंबर डालने के लिए बोला। मगर कार्ड नहीं निकला। दोबारा से से पिन डलवाया। इसके बाद कैंसिल बटन दबाने के लिए बोला। बटन दबाते ही कार्ड आहर आ गया। इससे पहले उसने उनसे कार्ड के बारे में पूरी जानकारी ले ली। घर पहुंचने बाद उनके मोबाइल पर चार मैसेज आए। चेक करने पर पता चला कि खाते से 27 हजार रुपये निकल गए। जबकि कार्ड उनके ही पास है।
न्यू आगरा थानाध्यक्ष राजीव कुमार ने बताया कि नंबर को हटवा दिया गया है। तहरीर मिल गई है। जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
शास्त्रीपुरम निवासी वैभव भारती एचआर मैनेजर हैं। वह भी एटीएम से रुपये निकालने के लिए पहुंचे थे। मशीन में कार्ड फंस गया। कस्टमर केयर नंबर पर कॉल किया। बात करने वाले उनसे कार्ड का पिन व अन्य जानकारी ले ली। इसके बाद कार्ड तो मशीन से निकल आया। मगर खाते से 1 लाख रुपये निकल गए।
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